रायपुर : अलग – लगा मार्गों पर अब भी कई जगह रेल्वे की सीधी सुविधा नहीं है, जिसके कारण कई यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ता है। रायपुर-दुर्ग क्षेत्र में रीवा और विंध्य क्षेत्र से जुड़े एक लाख परिवारों को त्यौहारों, पारिवारिक आयोजनों और अन्य अवसरों पर अपने घर जाने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में, रायपुर से रीवा के लिए कोई सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण यात्रियों को पहले बिलासपुर जाकर आगे की यात्रा करनी पड़ती है, जो काफी मुश्किल भरा होता है और कई बार ट्रेन छूट भी जाती है। इस समय रायपुर से रीवा के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है। यात्रियों को पहले बिलासपुर पहुंचना पड़ता है, जहां से एकमात्र सीधी ट्रेन बिलासपुर-रीवा एक्सप्रेस उपलब्ध है।
थर्ड एसी में बिलासपुर से रीवा का किराया लगभग 755 रुपये है, लेकिन रायपुर से बिलासपुर पहुंचने के लिए अतिरिक्त बस या ट्रेन की आवश्यकता होती है, जिससे 500 रुपये तक का अतिरिक्त खर्च और तीन घंटे का समय लग जाता है। सीधे बस से यात्रा करने वालों को 1,400 रुपये से लेकर 2,500 रुपये तक खर्च करना पड़ता है, जो आम यात्रियों, विशेषकर मजदूर वर्ग और मध्यवर्गीय परिवारों के लिए बहुत भारी पड़ता है। ऐसे ही हर आम यात्री बड़ी मुश्किलों में यात्रा करता है।
एक लाख परिवारों को होगा सीधा फायदा :
रायपुर और दुर्ग क्षेत्र में रहने वाले करीब एक लाख से ज्यादा परिवार रीवा और विंध्य क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। त्यौहारों, विवाह-समारोहों और अन्य पारिवारिक आयोजनों के समय इन यात्रियों को भारी असुविधा झेलनी पड़ती है। ट्रेन विस्तार की स्थिति में इन लोगों को अब न तो बिलासपुर जाना पड़ेगा और न ही महंगी बस यात्रा करनी होगी। उस समय टिकट मिलना काफी मुश्किल होता है।
किराया घटेगा, समय बचेगा :
अगर बिलासपुर-रीवा एक्सप्रेस को रायपुर – दुर्ग तक बढ़ा दिया जाता है, तो रायपुर से रीवा का पूरा सफर थर्ड एसी में महज 750 से 800 रुपये में पूरा हो सकेगा। इससे बस के मुकाबले लगभग 1,500 से 1,700 रुपये की बचत होगी। साथ ही, बिलासपुर तक पहुंचने में लगने वाले तीन घंटे का समय भी बचेगा। इसके साथ ही यात्रियों को बिलासपुर पहुंचकर ट्रेन पकड़ने की झंझट खत्म होगी। तीन घंटे का रोड ट्रिप से होने वाली थकान से भी राहत मिलेगी। परेशानी भी नहीं उठानी पड़ेगी।



