रायपुर : परिवहन के क्षेत्र में दुर्घटनाओं को लेकर सरकार नया कानून तैयार किया गया है, केंद्र सरकार के नए हिट एंड रन कानून का देश भर मे विरोध हो रहा है। परिणामस्वरूप ट्रकों के पहिए थम गए हैं और परिवहन कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। पेट्रोल-डीजल की किल्लत की अफवाहों की वजह से पेट्रोल पम्पों में वाहनों की लम्बी कतारें आम हो गई हैं। छत्तीसगढ़ भी हड़ताल से अछूता नही है। राजधानी रायपुर के पेट्रोल पम्पों मे धीरे धीरे गाड़ियों की कतारें लम्बी होती जा रही हैं। शहर के बाहरी छोर की अपेक्षा भीतर के पेट्रोल पम्पों मे भीड़ अधिक है।
दुपहिया वाहनों की कतारें सबसे लम्बी हैं। ट्रांसपोर्ट संचालक कहते हैं कि यदि केंद्र सरकार ने इस नए कानून का हल शीघ्र नही निकाला तो आने वाले दिनों मे स्थिति और खराब हो सकती है और तेल की किल्लत के साथ साथ आवश्यक वस्तुओं के दाम भी बढ़ सकते हैं। सभी जगह पेट्रोल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, लेकिन लोग आवश्यकता से ज्यादा इंधन ले रहे है, जिसके कारण जरूरतमंद को इंधन नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण लोगों के वाहन सड़कों पर खड़े होना शुरू हो गये है।
राजधानी में सुबह से ही पेट्रोल की किल्लत :
रायपुर में सुबह से ही वाहनों के पहिये थमने लगे है, कई स्थानों पर लोग अपने वाहन इंधन खत्म होने के कारण सड़कों पर ही किनारे छोड़कर जा रहे है, रोज की तरह सड़कों पर सुबह से भीड़ कम ही दिख रही है, अधिकतर पेट्रोल पम्पों में कल से ट्रकों के पहिये थमने के कारण पेट्रोल और डीजल के लिये लम्बी लाइनें लगनी शुरू हो गी थी और कुछ देर बाद पम्पों पर नो स्टॉक का नोटिस चस्पा कर दिया गया, लोग जहाँ पहुंचे वहां पेट्रोल खत्म होने की जानकारी मिली, लोग लगातार एक पंप से दूसरे पम्प में भटक रहे है, जिससे उनके पास उपलब्ध इंधन भी ख़त्म हो रहा है। ट्रक यूनियन के अध्यक्ष लगातार जनता को भरोसा दे रहे है, कि कोई भी ऐसी दिक्कत नहीं आयेगी। अफरा-तफरी ना मचायें।