16 साल की किशोरी के ऑनलाईन गैंग रेप में पुलिस ने लिया एक्शन, यहाँ का है मामला….।

लंदन (इंग्लैंड) : भौतिक तौर पर तो समझ में आता है लेकिन, ऑनलाईन गैंग रेप कैसे हो सकता है? ये सवाल आपके मन में जरुर आयेगा, उसी को लेकर आपके सामने यह खबर पहुंची है। ब्रिटिश पुलिस ‘वर्चुअल गैंग रेप’ के एक मामले की जांच कर रही है। ब्रिटिश अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में मेटावर्स पर वर्चुअल रियलिटी वीडियो गेम के दौरान 16 साल की एक किशोरी के डिजिटल स्वरूप (अवतार) के साथ पुरुषों के अवतारों के एक समूह ने गैंग रेप किया है, सुनने में जितना ये अजीब लगता है, लेकिन उतना ही ये सच है। मेटावर्स की वर्चुअल दुनिया में छेड़छाड़ और रेप की घटनाएं इससे पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन शायद यह पहला मामला है, जिसकी पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की है।

जानकारी के मुताबिक किशोरी एक इमर्सिव गेम में वर्चुअल रियलिटी (वीआर – VR) हेडसेट का इस्तेमाल कर रही थी। तभी उसके अवतार पर कथित तौर पर कई पुरुषों का प्रतिनिधित्व करने वाले अवतारों ने हमला बोल दिया और उसके साथ वर्चुअली गैंग रेप किया। किशोरी को रेप पीड़िता जैसी मानसिक प्रताड़ना सहनी पड़ी। जिससे युवती पर मानसिक तौर पर गहरा आघात पहुंचा।

घटना को लेकर ब्रिटेन के गृहमंत्री जेम्स क्लेवरली ने मामले की जांच का समर्थन किया है। उन्होंने एक टीवी शो में कहा, इस तरह के वर्चुअल अपराध को भी गंभीरता से लेने की जरूरत है। मुझे पता है कि इसे वास्तविक नहीं होने के रूप में खारिज करना बहुत आसान है, लेकिन ऐसे अपराध की अनदेखी से वर्चुअल दुनिया में इनकी बाढ़ आ सकती है। बच्ची जिस मानसिक आघात से गुजरी है, वह पीड़ा देने वाला है। सिर्फ भौतिक पीड़ा ही मायने नहीं रखती बल्कि मानसिक पीड़ा भी उसी स्तर पर सहन करनी पड़ जाती है।

मेटा का ऑनलाइन गेम सवालों के घेरे में :

ब्रिटेन में मेटा के वीडियो गेम होराइजन वर्ल्ड्स पर यौन दुर्व्यवहार की कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन कानूनी कार्यवाही नहीं की गई थी। एक ब्रिटिश महिला (43) ने 2022 में आरोप लगाया था कि मेटावर्स पर उसका वर्चुअल यौन उत्पीड़न किया गया। तीन-चार पुरुष अवतारों ने उसके अवतार के साथ गैंगरेप किया और तस्वीरें भी लीं। अब इस प्रकार की घटना पर बहस छिड़ सकती है, लेकिन ये बिलकुल वैसा ही है, जैसे आप कोई भयानक सपना देखते है और नींद से जागने पर उस घटना का आपके मानसिक पटल पर गहरा आघात पड़ा होता है, इस वृहद असर कम उम्र में बहुत ज्यादा होता है, इसलिये इन अपराधों पर समय रहते नियन्त्रण जरुरी है।