रायपुर : पुलिस और पत्रकार लोगों को ठगबाजी से सतर्क करते है, लेकिन लोग फिर भी लगातार गलती कर ही देते है, जितना आम आदमी के पैसे का नुकसान होता है, उतना ही उस ठगी की रकम को लौटाने में प्रशासन को भी अपना खर्च करना पड़ता है, ऊपर से अपराधी को खोजने में भी काफी मशक्कत होती है। खबर के अनुसार खरोरा थाने में ग्राम परसदा खरोरा निवासी मनोज कुमार यादव (27) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई, जो इस प्रकार की ठगी का शिकार हो गया। 18 नवंबर को टेलीग्राम आइडी पर घर बैठे नौकरी के आफर का उसे मैसेज आया। इसमें बताया गया कि घर बैठे काम करने पर अच्छी आय होगी। ठगों ने युवक को ऑनलाईन टास्क के बारे में जानकारी दी और टेलीग्राम के ग्रुप से जोड़ दिया। घर बैठे नौकरी करके मोटा धन कमाने का लालच देकर साईबर ठगों ने एक युवक को झांसे में ले लिया। आरोपियों ने उससे धीरे-धीरे करके पेड टास्क के नाम पर एक लाख 73 हजार 722 रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए। ठगी का शिकार होने पर पीड़ित ने खरोरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। मामले को लेकर पुलिस ऑनलाईन ठगों के खिलाफ कार्यवाही कर रही है।
शुरुआत में मिले ऑनलाईन टास्क को मनोज ने पूरा कर दिया। इसके बाद ठगों ने पेड टास्क बताकर धीरे-धीरे विभिन्न बैंक खातों में एक लाख 73 हजार 722 रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद भी ठगों ने और पैसे भेजने के लिए दबाव बनाने लगे, तब पता चला कि ये लोग नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे हैं, जिसके बाद पीड़ित ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। तब तक पीड़ित लाखों रूपये की ठगी का शिकार हो चूका था।
छोटे टास्क देकर फंसाया जाल में :
काम समझाने के बाद जब पीड़ित पार्ट टाइम नौकरी के लिए तैयार हो जाता है तो जालसाज उसे कोई लिंक दे देते हैं, रेटिंग और लाईक करवाते हैं। छोटे-छोटे टास्क कराकर तत्काल लाभ उसके खाते में जमा करवाते हैं। जब पीड़ित का भरोसा जीत लेते हैं तो उसके बाद बड़ा टास्क पूरा करवाने के नाम पर उससे अलग-अलग खातों में पैसे डलवाते हैं। लालच में आने के बाद खुद के पैसे फंस जाते है और फिर अपने पैसे वापस पाने के चक्कर में पीड़ित का और ज्यादा नुकसान हो जाता है।
पेमेंट के लिए वालेट का उपयोग :
कमीशन के रूप में मिलने वाले पेमेंट के लिए जालसाल पीड़ित का एक वालेट बनवाते हैं, जिसमें टास्क पूरा करने के बाद ही पेमेंट होने की बात करते हैं। उस वालेट में बढ़ती हुई रकम भी दिखाई देती है। बढ़ी रकम को पाने के लिए पीड़ित अपनी पूंजी लगाता चला जाता है।
यह बरतें सावधानी :
- वर्क फ्राम होम के नाम पर अगर कोई कंपनी आफर दे तो उसके बारे में पूरी जानकारी जुटाएं।
- अनजान नंबर से आने वाले लिंक के बाद अगर कोई टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ने की बात करे तो अलर्ट हो जाएं।
- ई-वालेट में जमा हुए रुपये निकालने के लिए अगर कोई और निवेश के लिए बोले तो फौरन साइबर सेल से शिकायत दें।
- किसी सर्वे या लिंक पर क्लिक करने के लिए कोई कंपनी पैसा नहीं देती है। ऐसे में सतर्क रहें।
- 4-5 हजार रुपये रोज घर बैठे कमाने का आफर देते हैं।
फंसाने का यह है तरीका :
- ऑनलाईन नौकरी या पार्ट टाइम नौकरी का लालच देना।
- कमीशन का लालच देकर रुपये ट्रांसफर करवाना।
- क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर पैसे जमा कराना।
- टेलीग्राम पर फर्जी ट्रेडिंग चैनल बनाकर निवेश करवाना।
- लाभ दिखाकर पैसे फर्जी बैंक खातों में जमा करवाना।
- प्रोडक्ट की रेटिंग बढ़ाने के नाम पर पैसे जमा करवाना।
- लाभ दिखाकर पैसे ब्लाक करके ग्रुप डिलीट कर देना।
उपरोक्त तरीके से नुकसान उठाने के बाद पीड़ित को ठगबाजी का अहसास हो चूका होता है और वो अपनी पूरी पूंजी गवां चूका होता है।