बॉलीवुड : फिल्म स्टार संजय दत्त गुरुवार को मोक्ष स्थली के रूप में चर्चित स्थल गया पहुंचे और अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए पिंडदान और तर्पण किया। संजय दत्त ने पवित्र विष्णुपद मंदिर प्रांगण में अपने पिता सुनील दत्त और मां नरगिस दत्त की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण किया। संजय दत्त के गया पहुंच कर पिंडदान करने की सूचना जब लोगों तक पहुंचीं तो सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसकी बहुत प्रशंसा की। बहुत सारे कमेंट में एक यूजर्स ने लिखा- बाबा सनातनी होने की बधाई। तो एक ने कमेंट किया- अच्छा लगता है हीरो सनातनी की ओर आ रहे हैं।
जानकारी मिली है कि उन्होंने गयापाल पंडा अमरनाथ मेहरवार के सानिध्य में पिंडदान सहित अन्य कर्मकांड किया। फिल्म स्टार दत्त विशेष विमान से गया हवाई अड्डा आए और वहां से सीधे विष्णुपद मंदिर पहुंचे। यहाँ उन्होंने अपने माता-पिता को लेकर जो कर्मकांड मृत्यु के पश्चात् किये जाते है, उन्हें पूर्ण किया। यहां पहले से ही पिंडदान और अन्य कर्मकांड के लिए पूरी व्यवस्था की गई थी। सफेद कुर्ता-पायजामा पहने अभिनेता संजय दत्त ने पूरे विधान के साथ एक दिन का कर्मकांड संपन्न किया। उनके आगमन को लेकर गया में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे।
जब गया में उनके आगमन की सूचना मिली तो उसके बाद बड़ी संख्या में उनके समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी लोग उनके साथ एक सेल्फी लेना चाहते थे। उल्लेखनीय है कि पितृपक्ष के दौरान यहां देश-विदेश के लाखों लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और उनकी मुक्ति के लिए पिंडदान करने आते हैं। वहीँ संजय दत्त की माँ नर्गिस मुस्लिम थी, संजय दत्त की मां नरगिस की मौत 2 मई 1981 को कोमा में जाने के बाद 3 मई को हुई थी। जबकि पिता सुनील दत्त की मौत 25 मई 2005 को हार्ट अटैक आने के कारण हुई थी। संजय दत्त अपने पिता की जिम्मेदारियों को लेकर अंत में सुनील दत्त को लेकर बहुत भावुक हो गये थे। 1993 में मुंबई बम धमाकों को लेकर संजय दत्त पर आतंकवादी होने का आरोप भी लगा था और उनका पूरा कैरियर चौपट हो गया था, बाद में 2003 में आई मुन्नाभाई MBBS से उनका कैरियर वापस पटरी पर आया।