पीएम मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास को जीवनशैली का हिस्सा बनाने की अपील की, सीएम साय ने कहा : योग अध्यात्म से जोड़ता है।

श्रीनगर : विश्व योग दिवस पर आज 21 जून को पूरी दुनिया में योग दिवस का आयोजन किया गया। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में डल झील के किनारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग किया। योग करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बारिश के कारण कार्यक्रम में थोड़ी देरी हुई है। जब योग स्वाभाविक रूप से जीवन का हिस्सा बन जाता है, तो इसका हर पल लाभ होता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में योग करने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। लोगों का योग के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है। विश्व स्तर पर इसकी सराहना हो रही है यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा है।

पीएम ने दी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई :

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज कश्मीर की धरती से मैं दुनिया भर के सभी लोगों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई देता हूं। दस साल पहले मैंने संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। भारत के प्रस्ताव को 177 देशों ने समर्थन दिया था, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। 2015 में दिल्ली के कर्तव्यपथ पर 35,000 लोगों ने एक साथ योग किया था।

रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी किया योग :

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम विष्णुदेव साय शामिल हुए, उनके साथ महिला और बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े भी उपस्थित रहीं। कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह मौजूद रहे हैं। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ की थीम पर साइंस कॉलेज मैदान में कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसमें कई लोग शामिल हुए हैं। इस अवसर पर सीएम साय ने प्रदेश की जनता को योग दिवस की बधाई देते हुए कहा कि, योग का प्रचार-प्रसार पूरी दुनिया में हो रहा है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का सुझाव दिया था। योग का अर्थ होता है जोड़ना, यह हमें अध्यात्म से जोड़ता है। योग स्वस्थ जीवन के निर्माण के लिए जरूरी है। हमारे पुराण में भी शिव जी को आदि योगी कहा गया है। श्री कृष्ण ने भागवत गीता में योग की प्रशंसा की है। योग से व्यक्ति निरोग रहता है और मानसिक शांति के साथ यह अध्यात्म से जोड़ने का भी महत्वपूर्ण साधन है।

भगवान राम को अपना अपना राम – राम भेजें, हनुमान चालीसा अनुवाद सहित सुने , लिंक पर क्लिक करें : https://www.youtube.com/watch?v=rJDZQ4R9fYs