वायरल फीवर के साथ पेट दर्द और आंखों में इंफेक्शन के मरीज बढ़े, अधिकतर अस्पतालों में ओपीडी फुल, बरतें सावधानी।

रायपुर : वायरल फीवर राजधानी में लगातार बढ़ रहा है, लोग लगातार संक्रमित हो रहे है। बारिश के सीजन में पेट दर्द, वायरल फीवर, सर्दी व खांसी के मरीज बढ़ गए हैं। आंख में इंफेक्शन वाले मरीज भी लगातार सामने आ रहे हैं। इन दिनों आंबेडकर अस्पताल के मेडिसिन, चेस्ट व पीडियाट्रिक विभाग की ओपीडी फुल है। जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, बारिश के सीजन में इंलूएंजा फैलाने वाले वायरस बढ़ जाते हैं। बारिश में भीगने से भी स्वास्थ्य खराब हो जाता है। ऐसे में बारिश में भीगने से बचें। वायरल फीवर लगातार बढ़ रहा है, इस समय मौसम के साथ सावधानी बरतना जरुरी है।

बुजुर्ग व बच्चों को खास ध्यान देने की जरूरत :

सरकारी व निजी अस्पतालों में मौसमी बीमारी से ग्रसित लोग बड़ी संख्या में आने लगे हैं, इनकी संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। कई मरीजों की खांसी 15 दिनों में भी ठीक नहीं हो रही है। आंबेडकर अस्पताल के मेडिसिन, चेस्ट व पीडियाट्रिक विभाग में इन दिनों 500 से ज्यादा मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। इनमें 20 से 25 फीसदी मरीज वायरल फीवर के हैं। बच्चे भी काफी बीमार पड़ रहे हैं, क्योंकि बारिश में मौसम काफी नम है। बारिश की नमी से लगातार संक्रमण बढ़ रहे है।

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बाहरी खान-पान से बचें, सावधानी बरतने की जरूरत है :

आंबेडकर अस्पताल के एचओडी चेस्ट डॉ. आरके पंडा ने जानकारी दी कि बारिश के सीजन में वायरल फीवर व इंलुएंजा के काफी मरीज आ रहे हैं, ये लगातार एक से दूसरे में संक्रमण फ़ैल रहा है। सर्दी व खांसी के मरीज भी बढ़े हैं। ऐसे मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत है। जहां तक हो सके, बारिश में भीगने से बचने की जरूरत है। बासी खाने से भी बचें। बारिश के सीजन में ठेले खोमचों में बिक रही चीजों को खाने से बचें। इसमें भिनभिनाती हुई मक्खियां खाने की चीजों को दूषित कर देती हैं। इससे पेट खराब होने की आशंका बनी रहती है। ओपीडी में ऐसे कई मरीज आ रहे हैं, जिनको पेट दर्द या पेट में इंफेक्शन हो रहा है।

पीडियाट्रिक विभाग में नवजात से लेकर 14 साल उम्र के मरीज आ रहे हैं। वहीं, मेडिसिन व चेस्ट में बड़े उम्र वाले मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, इस मौसम में जरा सी लापरवाही करने पर बच्चे ही नहीं, बड़े भी बीमार पड़ रहे हैं। खासकर बुजुर्ग व बच्चों पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। क्योंकि रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण बच्चे सबसे पहले बीमार होते हैं। मरीज को ठीक होने में समय लग रहा है।

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बारिश के मौसम में बासी खाना खाने से भी बचने की सलाह डॉक्टर देते हैं। बासी भोजन में वायरस जल्दी पनपता है। ताजे व गर्म खाने से स्वास्थ्य ठीक रहता है। बाहर का खाना बिलकुल ना खायें, बारिश में पानी मटमैला हो जाता है या सीवर, नाली के पानी मिलने की आशंका भी रहती है। इससे पानी दूषित हो जाता है। 20 मिनट तक पानी को उबालकर पीने से पानी में रहने वाला बैक्टीरिया मर जाते है। वर्तमान में सावधानी बरतना काफी जरुरी है।