भोपाल (म.प्र.) :राजधानी भोपाल में नशे की अवैध फैक्ट्री चलाने वाले दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इस गिरोह के तार मध्य प्रदेश के मंदसौर और राजस्थान के प्रतापगढ़ से जुड़ गए हैं। मंदसौर पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। हरिश आंजना को तस्कर गिरोह का बड़ा सदस्य बताया जा रहा है. अब इस मामले में एक अन्य नाम प्रेमचंद पाटीदार का भी सामना आया है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि भोपाल में अमित और सान्यल की गिरफ्तारी के बाद गुजरात एटीएस ने मंदसौर पुलिस से मदद मांगी थी। मंदसौर के नाहरगढ़ क्षेत्र में रहने वाले हरिश आंजना की गुजरात और एनसीबी को तलाश थी। इसे नशे की फैक्ट्री का प्रमुख सरगना बताया गया है ।
मंदसौर पुलिस ने सूचना मिलने के बाद तुरंत हरीश अंजना को हिरासत में ले लिया। इसके बाद उससे पूछताछ कर गुजरात एटीएस के सुपुर्द कर दिया गया है। मंदसौर एसपी ने दावा किया है कि हरीश ने पूछताछ के दौरान कबूल किया है कि वह गुजरात के अहमदाबाद से एमडी ड्रग्स बनाने के लिए आवश्यक केमिकल लाकर सप्लाई करता था। इस मामले में उसने यह भी बताया कि उसने ड्रग्स की खेप प्रेमचंद पाटीदार को भी दी है। इस बयान के बाद आरोप प्रेमचंद पाटीदार की तलाश शुरू हो गई है। नशे के सौदागरों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है।
राजस्थान के तस्करों से हरीश का कनेक्शन :
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एमडी ड्रग्स के मामले में हरीश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। हरीश ने मंदसौर पुलिस को पूछताछ के दौरान कबूल करते हुए बताया कि राजस्थान के प्रतापगढ़ के कुछ तस्करों के बाद संपर्क में था। उनकी मदद से पूरा गिरोह चल रहा था। इस जानकारी को गुजरात पुलिस ने भी अपने पास रख लिया है।अभी इन्वेस्टिगेशन चल रही है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि हरीश इस पूरे गिरोह का महत्वपूर्ण सदस्य था।
ग्वालियर में भी पकड़ा गया था हरीश :
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अभी तक पुलिस की जांच में पता चला है कि हरीश आंजना पर 4 आपराधिक मामले थे इनमें से दो मामले एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज हुए थे एक मामला मंदसौर के नाहरगढ़ में दर्ज है जबकि एक मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दर्ज हुआ था। मंदसौर एसपी का कहना है कि हरीश की गिरफ्तारी से पूरे गिरोह का पता चल गया है। एमडीएमए ड्रग्स जिसे आमतौर पर टैबलेट और क्रिस्टल के रूप में देखा जाता है,एक कार्बनिक यौगिक है। वांछित प्रभावों में परिवर्तित संवेदनाएं, बढ़ी हुई ऊर्जा, सहानुभूति और आनंद शामिल हैं। जब मुंह से लिया जाता है, तो इसका प्रभाव 30 से 45 मिनट में शुरू होता है और 3 से 6 घंटे तक रहता है। इतने समय तक इसका आदि नशे की गिरफ्त में खोया रहता है।