कोलकाता (प.बंगाल) : देशभर में लगभग डेढ़ करोड़ अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिये और 40 लाख रोहिंग्या रह रहे है, ऐसे में अब पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है। फर्जी पहचान के सहारे वह दो साल से अधिक समय से भारत में रह रहा था। भारत में निर्धारित अवधि से अधिक समय तक रहने के आरोप में एक बांग्लादेशी नागरिक को अब पुलिस ने गिरफ्तार किया है, ये तो जानकारी के रह रहा था, इसलिये पकड़ म आ गया. लेकिन कई बिना अनुमति के घुसपैठिये भी भारत में रह रहे है। मामले में पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह गिरफ्तारी पार्क स्ट्रीट पुलिस थाने की टीम द्वारा शुक्रवार रात को की गई थी।
होटल में काम कर रहा था आरोपी :
अधिकारियों ने गुप्त सूचना के आधार पर मार्क्विस स्ट्रीट स्थित एक होटल पर छापेमारी की, जहां आरोपी पिछले दो साल से काम कर रहा था। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी ने भारत में अपने अवैध ठहराव को छिपाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया था। उसने एक पासपोर्ट और आधार कार्ड भी बनवा रखे थे, ताकि वह अपनी पहचान छिपाकर होटल में काम कर सके। आरोपी लगभग दो साल पहले भारत आया था और यहां अवैध रूप से रह रहा था, जिसकी जानकारी पुलिस को मिली। कोलकाता पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
इससे पहले मुंबई में एक बांग्लादेशी पकड़ा गया :
बीते दिनों मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर नियमित सुरक्षा जांच के दौरान एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया था, जो पिछले 26 वर्षों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में रह रहा था। आरोपी की पहचान स्वप्न कुमार हरिपद मंडल के रूप में हुई थी, जिसे रियाद जाने वाली उड़ान में चढ़ने से रोका गया था। मंडल के पासपोर्ट विवरण में विसंगतियां देखी गईं, जिसके बाद उसे शक के आधार पर रोका गया था। पूछताछ के दौरान पता चला कि मंडल एक फर्जी भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहा था, जिसके कारण फिर उसे भी गिरफ्त में लिया गया।
वह पहले भी दो बार फर्जी पासपोर्ट के जरिए चीन और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की यात्रा कर चुका था। मंडल का पासपोर्ट जेद्दा में जारी किया गया था, लेकिन उसके बोलने के तरीके से अधिकारियों को संदेह हुआ। इसके बाद और पूछताछ में उसने बताया कि वह एक बांग्लादेशी नागरिक है और पिछले 26 वर्षों से अवैध रूप से भारत में रह रहा है, ऐसे ही अनगिनत अवैध प्रवासी भारत में रह रहे है।
नाम बदलकर रह रहा था सलीम :
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हालांकि, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दस्तावेज देखने के बाद भी कुछ संदेहास्पद लगा, इसलिए हमने उससे आगे पूछताछ की। पूछताछ के बाद आरोपी ने स्वीकार किया कि उसका असली नाम सलीम मतबार है और वह बांग्लादेश के मदारीहाट का रहने वाला है।पुलिस के मुताबिक, सलीम बांग्लादेश की नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) का स्थानीय नेता था। दो साल पहले, सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग के साथ हुए राजनीतिक विवाद के कारण उसे बांग्लादेश से भागना पड़ा और वह कोलकाता आ गया। बता दें कि बीएनपी खालिदा जिया की पार्टी है। ये पार्टी अपने भारत विरोधी रुख के लिए जानी जाती है।कोलकाता आने के बाद सलीम ने फर्जी पहचान बनाई और नकली दस्तावेजों के आधार पर एक असली पासपोर्ट बनवाया। इसके बाद से वह मार्किस स्ट्रीट के एक होटल में काम कर रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा।पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर ये गिरफ्तारियां की गईं।
इस मामले में फर्जी दस्तावेजों को लेकर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अपनी पहचान प्रमाणित करने के लिए रवि शर्मा ने आधार कार्ड और पासपोर्ट की फोटोकॉपी भी दिखाई। हालांकि, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दस्तावेज देखने के बाद भी कुछ संदेहास्पद लगा, इसलिए हमने उससे आगे पूछताछ की। पूछताछ के बाद आरोपी ने स्वीकार किया कि उसका असली नाम सलीम मतबार है और वह बांग्लादेश के मदारीहाट का रहने वाला है।
बेंगलोर से भी पकड़ाये थे अवैध घुसपैठिये :
ऐसे ही दो सप्ताह पूर्व भी कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित होलालकेरे रोड पर 18 नवंबर को गश्त के दौरान पुलिस ने 6 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा था। ये लोग कई साल पहले अवैध रूप से कोलकाता से घुसपैठ करके भारतीय सीमा में आए थे। पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया था, उनमें शेख सैपुर रोहमान, मोहम्मद सुमन हुसैन अली, मजारुल, अजीजुल शेख, मोहम्मद साकिब सिकदर, सनवर हुसैन शामिल हैं। इन सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल पुलिस आगे की जांच कर रही है।