दमोह (म.प्र.) : मध्य प्रदेश के दमोह में गोवंश की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। हिंसक झड़प के बाद तस्करों ने हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं पर गोली भी चलाई। इसके बाद मामले में बड़ा बवाल मचा और पुलिस भी एक्शन में आई। आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया गया। बताया जा रहा है कि करोड़ों की सरकारी जमीन पर कब्जा कर गौकशी की जा रही थी। शनिवार सुबह इस क्षेत्र में बुलडोजर एक्शन हुआ। सुबह लोगों की नींद खुली तो गौकशी वाले इलाके में प्रशासन का बुलडोजर गरज रहा था। गौ हत्या के आरोपियों के कब्जों को हटाया जा रहा था।
इस कार्यवाही के जरिए करोड़ों की सरकारी जमीन को मुक्त कराया गया है। इस बेशकीमती जमीन पर कब्जा कर कसाई गौकशी का काम कर रहे थे। दरअसल शुक्रवार सुबह दमोह के सीतावाबली क्षेत्र में एक गौ हत्या का मामला सामने आया था। इसके बाद शहर में तनाव के हालात बने थे।
कई सालों से हो रही थी अतिक्रमण हटाने की मांग की जा रही थी :
हिंदुवादी संगठन यहां सालों से कब्जा किए कसाइयों के अतिक्रमण हटाने की मांग पर अड़े थे। प्रशासन ने इन संगठनों को आश्वासन दिया था और शुक्रवार रात को ही इस क्षेत्र में मशीनरी तैनात कर दी थी। शनिवार को सूरज निकलने के बाद यहां बुल्डोजर कार्यवाही शुरू हुई और 6 बड़े कब्जों को जमीदोज किया गया है। प्रशासन को गौकशी के निशान भी मिले हैं। वहीं इन कब्जाधारियों में वो लोग शामिल हैं जो गोहत्या के मामले में आरोपी बनाए गए हैं।
गौवंश तस्करी और गौवंश हत्याओं की घटनाओं को लेकर चर्चित जिले में शुक्रवार तड़के एक गर्भवती गाय को जिंदा काटे जाने का मामला सामने आया। गौ हत्यारों द्वारा एक मकान में गाय को काटा जा रहा था और इसकी सूचना पर मौके पर पहुंचे गौ रक्षकों ने अपनी जान पर खेल कर गाय को बचाने का प्रयास किया। इस दौरान आरोपियों ने गौ रक्षकों पर हमला करते हुए उन पर देसी कट्टे से फायर भी किया और मौके से भागने का प्रयास करने लगे।
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इस झड़प के बीच गौ रक्षकों ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया लेकिन अन्य आरोपी भागने में कामयाब हुए। मामला सामने आने के बाद हिंदूवादी संगठनों सहित आमजनों में आक्रोश की लहर दौड़ गई और बंद की घोषणा के साथ ही लोग इस घटना पर विरोध जताते हुए सड़कों पर उतर आए। हालातो को देखकर पुलिस प्रशासन ने भी आनन फानन में कार्यवाही करते हुए घटनास्थल के आसपास के अतिक्रमण को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया था, बाकी लगातार दबाव के बाद बाकी की जगह भी अतिक्रमण मुक्त करवाई गई है।
सूचना पर पहुंचे गौ रक्षक :
- जानकारी अनुसार हिंदूवादी संगठनों और गौ रक्षकों को शुक्रवार तड़के सुबह करीब 4:30 बजे यह सूचना मिली की कुछ लोग एक गाय को काटने के लिए ले जा रहे हैं।
- इसकी सूचना तत्काल ही पुलिस प्रशासन को दिए जाने के बाद करीब एक दर्जन गौ रक्षक जिसमें अजय खत्री, सत्यम चौरसिया, सनी, आयुष, मोहित राज, अभिषेक, गोलू, रुद्र, अभि,निखिल ठाकुर, श्रवण पाठक, दीपक नेमा, रोहित, लकी, लोकेश, पवन रजक शामिल थे।
- कोतवाली थाना क्षेत्र के सीताबावड़ी क्षेत्र पहुंचे और उनके द्वारा सूचना की पुष्टि की जाने लगे। इस दौरान वहां पर बने एक मकान में उन्हें कुछ हलचल प्रतीत हुई।
- इसमें बाहर से ताला डाला हुआ था लेकिन दरवाजा का पल्ला खुला हुआ था। गौ रक्षक जब उक्त मकान में पहुंचे तो बाकी हालत देखकर वह सकते में आ गए।
- यहां पर कुछ लोग एक गाय को काट रहे थे और उनके द्वारा उसकी खाल और पैर को काटा जा चुका था और सारा कमरा खून से भरा हुआ था।