राकेश डेंगवानी/रायपुर : भगवान श्रीकृष्ण जिन्होंने दुनिया को जीवन जीने की कला सिखाई और प्रेम का सन्देश दिया, संसार में उन्हीं के द्वारा दिया गया श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान ही सर्वोपरी है, भगवान श्रीकृष्ण का परम सन्देश है “प्रेम” , भगवान श्रीकृष्ण का विवाह रुक्मणि से हुआ था लेकिन उनका नाम राधा जी के साथ ही जुड़ा, क्यूंकि उनका सन्देश ही प्रेम है, वास्तविक तौर पर “राधा का अर्थ आत्मा से है और कृष्ण का अर्थ उस परमपिता परमात्मा से,” जब इन्सान आत्मिक तौर पर भगवान से प्रेम करता है, तो वो खुद भी उस परमपिता परमात्मा का अंश बन जाता है, मतलब वो खुद ही परमात्मा में विलीन हो जाता है, इसलिये कहा जाता है आत्मा सो ही परमात्मा।
रायपुर के समता कॉलोनी स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर में वर्षभर भगवान श्री कृष्ण के भक्तों द्वारा कोई ना कोई कार्यक्रम आयोजित करते ही रहते है, बुधवार को भी मंदिर की “राधाकृष्ण सेवा समिति और राधाकृष्ण महिला मंडल” के संयुक्त तत्वावधान में भजन संध्या का आयोजन किया गया, साथ में सत्संग का भी आयोजन किया गया था, 56 भोग का प्रसाद भी तैयार करवाया गया, उसके पश्चात् भगवान को 56 भोग का प्रसाद भी समर्पित किया गया, कार्यक्रम में रायपुर के प्रसिद्ध भजन गायक श्रीकांत शर्मा भजन मंडली द्वारा भजन कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने राधे गोपाला तू रखवाला, पल-पल तेरी याद तड़पावे ओ सांवरे, गोविन्द ग्वाला राधे वाला , तेरी अदा ओ सांवरे तूने हमको दीवाना बना दिया जैसे मधुर भजन गाकर भक्तों को आनंदित किया, इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में भक्तगण शामिल हुये।
इस कार्यक्रम को आयोजित करने में “राधाकृष्ण महिला मंडल” से किरण अग्रवाल, अनीता छाबड़ा, रोमा वाधवानी, दर्शना बंसल, सरला लड्ढा, “राधाकृष्ण सेवा समिति” के अध्यक्ष घनश्याम पोद्दार, उपाध्यक्ष शिवकुमार सिंघानिया, हरीश अग्रवाल , सचिव रमाशंकर पाण्डेय , प्रकाश अग्रवाल , सत्येन्द्र अग्रवाल , रजनीश तिवारी , नवरंगलाल शर्मा, सुभाष अग्रवाल , अशोक जैन, जोगराज चांडक, बाबूलाल शर्मा एवम् अन्य सभी पदाधिकारियों का योगदान रहा।