कलयुगी संतानों ने पिता के साथ किया खौफनाक काम, सामने आई बड़ी जानकारी।

बुलंदशहर (उ.प्र.) : इसे कलयुग का ही प्रभाव कहा जा सकता है, कि पिता बेटी के साथ घिनौना काम कर रहा है तो, शादीशुदा महिलायें दूसरे प्रेमी के साथ भाग रही है, दामाद ही नहीं सास भी दामाद को लेकर भाग रही है तो, संपत्ति को लेकर परिजन एक दूसरे की जान ले रहे है, ऐसे एक खौफनाक मामला सामने आया है जो बुलंदशहर में एक अजीबो गरीब घटना देखने को मिली है। यहाँ बीते दिनों यहां दो भाइयों ने मिलकर यूट्यूब देखा और फिर अपने पिता की गला घोटकर हत्या कर दी थी। इस मामले का अब खुलासा हो गया है। यह मामले बेहद चौंकाने वाला इसलिए भी है क्योंकि अपने पिता की हत्या करने से पूर्व दोनों भाइयों ने करीब सात बार यूट्यूब पर यह वीडियो देखा कि ‘पिता की हत्या के बाद किस तरह जमीन जायदाद बच्चों के नाम पर हो जाती है।’ यूट्यूब पर इस वीडियो को देखने के बाद दोनों भाइयों ने 1 अप्रैल की रात को नशे को अपने पिता को नशे की गोलियां खिलाईं और फिर उसके बाद दोनों ने मिलकर बहन के दुपट्टे से अपने पिता की गला घोटकर हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपी बेटों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घिनौनी घटना ने सभ्य समाज का सिर शर्म से झूका दिया है।

दो भाइयों ने मिलकर की पिता की हत्या :

इस घटना के मामले में एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया है कि मृतक सत्यवीर शराब पीने, जुआ व सट्टा खेलने का आदी था। मृतक के नाम पर 38 बीघा जमीन थी। मृतक के दोनों बेटों को यह लगता था कि उनका पिता सत्यवीर अपनी जमीन बेच देगा। इसी कारण मृतक के दोनों पुत्रों ने अपने पिता सत्यवीर को मारने की योजना बनाई। 1 अप्रैल की रात में जब सत्यवीर शराब पीकर घर आया तो योजनानुसार मृतक के बड़े बेटे इन्द्रजीत ने खाने मे नींद की गोली मिला दी तथा जब सत्यवीर सो गया तो मृतक के दोनों पुत्र इन्द्रजीत व जैकी ने दुपट्टे से उसका गला दबा कर हत्या कर दी तथा दोनों के द्वारा शव को मोटरसाइकिल पर ले जाकर घर से 500 मीटर की दूरी पर गांव में मन्दिर के पास बन रहे खाली प्लॉट मे डाल दिया। जिसके बाद वो लौट गये।

पिता की हरकतों से परेशान थे बेटे :

हालांकि दोष पिता का ही सामने आया है, जिसमें पुलिस का दावा है कि पूछताछ में यह भी पता चला है कि शराब पीकर सत्यवीर अपनी बेटी के साथ छेड़छाड़ करता था, जिससे दोनों बेटे परेशान रहते थे और एक बेटे की शादी भी पिता की वजह से टूट गई थी। इन सब कारणों से दोनों बेटे लगातार परेशान थे। हालांकि ककोड़ थाना क्षेत्र के गांव धनोरा के निवासी मृतक सत्यवीर सिंह के बेटे इंद्रजीत ने घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस को बताया था कि 1 अप्रैल की रात को उनके पिता सत्यवीर घर से खेत पर जाने की बात कहकर गए थे। उन्होंने कहा था कि बिजली आ रही है, फसल में पानी देना है। देर रात तक वह नहीं लौटे। अगले दिन उन्हें सूचना मिली की उनके पिता का शव मिला है। घटना की जांच जब पुलिस ने शुरू की तो इंद्रजीत और जैकी के बयान अलग-अलग थे। पुलिस ने जब सख्ती से दोनों से पूछताछ की तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ। ऐसे में इस घटना से पिता और बेटे का रिश्ता तो शर्मसार हुआ ही है, वहीँ बेटों द्वारा पिता इस खौफनाक अंजाम तक पहुँचाने की किसकी गलती मानी जाये, ये बड़ा सवाल है?