छत्तीसगढ़ का अमृतधारा झरना लबालब, लगातार पहुँच रहे है पर्यटक, सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं।

मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : भारी बारिश से नदी नाले उफान [आर है और झरने वाले क्षेत्रों में पर्यटकों का आना बढ़ गया है।इससे सरगुजा के मनेंद्रगढ़ में स्थित अमृतधारा जलप्रपात भारी बारिश से पूरी तरह भर गया है। यहां 100 फीट ऊपर से पानी गिरता है। इस झरने की खूबसूरती को देखने बारिश में दूर दूर से लोग आ रहे हैं। इस बीच यहां सुरक्षा के लिहाज से कई तरह की कमियां है, जो कि किसी हादसे की आशंका को जन्म देती है।

सुरक्षा के लिहाज से यह स्थान पूरी तरह असुरक्षित है। यहाँ मानसून के दौरान हुई झमाझम बारिश में जलप्रपात के किनारे लगी लोहे की रेलिंग बाढ़ के कारण पूरी तरह उखड़ गई है। अमृतधारा जलप्रपात में सुरक्षा की कमी एक बड़ा मुद्दा है। प्रशासन ने सुरक्षा के लिए कुछ समय के लिए बेरिकेट लगवाए, लेकिन वे जल्दी हट गये। ऐसे में दुर्घटना कि आशंका बनी हुई है। बारिश में कई जगह ऐसे ही हालात है।

रेलिंग हटने के कारण पर्यटक झरने के किनारे खड़े होकर सेल्फी लेने और नजारे का आनंद लेने लगे हैं, जो बेहद जोखिम भरा है। प्रशासन ने कई बार रोकने का प्रयास किया, लेकिन झरने में तेज धार होने के बाद भी लोग बेहद करीब जा रहे हैं, जिससे हादसे का खतरा है। झरने के पास सुरक्षा की बेहद जरूरत है. रेलिंग का निर्माण जल्द जल्द कराना होगा। इसके अलावा इसके वैकल्पिक इंतजाम करने होंगे। पर्यटकों को झरने के किनारे जाने से प्रभावी तरीके से रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। जिससे बड़े हादसे को होने से पहले ही रोका जा सके। लगातार यहाँ आगन्तुक आ रहे है और झरने का आनंद ले रहे है।

वहीँ भारी बारिश के बीच मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में अब तक 582.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जो बीते 24 घंटे में जिले में औसत 40.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि कोटाडोल तहसील में अब तक की सर्वाधिक 740.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।यह वर्षा खरीफ फसलों की बोआई के लिए अनुकूल मानी जा रही है।