सरगुजा : भारतीय कानून अभिव्यक्ति की आजादी जरुर देता है, इसका मतलब ये नहीं की आप देशविरोधी कृत्यों को अपना समर्थन दें। वहीँ जब नक्सलियों का उन्मूलन जारी है, वहीँ यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सुरंजना सिद्दार ने क्रूर नक्सली कमांडर माडवी हिड़मा की तारीफ करते हुए आदिवासियों के अराध्य बिरसा मुंडा के साथ तुलना करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है, जिसका लोगों ने विरोध किया है। यह सब जानने के बाद भी सरगुजा पुलिस के कार्यवाही नहीं करने पर सवाल उठ रहा है।
वहीँ देश की राजधानी दिल्ली में बीते दिनों प्रदूषण के नाम पर नक्सल कमांडर हिड़मा के समर्थन में वामदलों से जुड़े युवाओं ने प्रदर्शन किया था, जिस पर दिल्ली पुलिस ने कड़ी कार्यवाही करते हुए जेल में डाल दिया है। लेकिन छत्तीसगढ़ में हिड़मा की खुलेआम सोशल मीडिया में तारीफ करने वालों का बाल बांका भी नहीं हो रहा है। ऐसे में इन तत्वों का हौंसला लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
यहाँ बात हो रही है सरगुजा की यूट्यूबर और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर सुरंजना सिद्दार, जिसने हिड़मा की तुलना अंग्रेजों से लोहा लेने वाले आदिवासी नेता बिरसा मुंडा से करते हुए वीडियो पोस्ट कर सरकार पर निशाना साधा है। यह पहला मामला नहीं है, इसके पहले भी सरुंजना सिद्दार ने नंगी तलवार लेकर अंबिकापुर में वीडियो शूट किया था, जिसको लेकर पुलिस पर सवाल उठ चुके है।
वहीँ ऐसे मामलों में जानकारों का मानना है कि मामले में अंबिकापुर पुलिस के मौन धारण करने की वजह से सुरंजना सिद्दार के हौसले बुलंद होते जा रहा है, जिसकी परिणति अब हिड़मा की तारीफ के तौर पर सामने आ रही है। यही नहीं आदिवासियों को नक्सली बताकर मारने का भी आरोप लगाया है। अगर समय रहते ऐसे मामलों में कार्यवाही नहीं की गई, तो दुस्साहस बढ़ता जाएगा। ऐसे मामले राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये घातक है, जो देश के खिलाफ साजिशें करने वालों को शह दे रहे है।



