24 साल की उम्र में युवती ने कीं 15 शादियाँ, खुला हैरान करने वाला मामला।

मेहसाणा (गुजरात) : वर्तमान में युवतियों को समानता का अधिकार मिला है, जिसके कारण अब उसके दुष्परिणाम लगातार सामने आ रहे है, आज जहाँ युवतियां कमाने लगी है तो उन्हें विवाह की जरूरत महसूस नहीं हो रही है, ऐसे में कई युवाओं की शादियाँ लम्बे समय तक नहीं हो रही है, जिसके कारण वो एक जाल में फंसकर ठगों के जाल में फंस रहे है। ऐसे ही गुजरात के अलग-अलग जिलों में युवकों से शादी कर पैसे ठगने वाली लुटेरी दुल्हन गैंग को मेहसाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पुलिस भी चौंक गई है, गैंग की जिस लड़की चांदनी को पकड़ा गया है, उसने सिर्फ 24 साल की उम्र में 15 शादियां की हैं, बल्कि उसने इन सभी लोगों से नकद और गहनों मिलाकर 52 लाख रुपये ठगे है। मेहसाणा पुलिस ने चांदनी के साथ एक और लड़की को पकड़ा है, जिसने भी चार शादियां की हैं। इस तरह कई युवतियां युवाओं के साथ लगातार धोखाधड़ी कर रही है।

जानकारी के अनुसार शादी के लिए वधू तलाश रहे युवकों को यह गैंग पहले ढूंढती थी, फिर तय रकम लेकर लड़की की शादी करवाई जाती थी। शादी के कुछ ही दिनों में लड़की वहां से फरार हो जाती थी। जब युवक मामले में फोन करके पैसे वापस मांगते, तो उन्हें दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी जाती। उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जाता था, क़ानूनी डर से पीड़ित युवक और उसका परिवार कोई कार्यवाही नहीं करते थे।

एक युवक की शिकायत ने खोला पूरा रैकेट :

इस गैंग का शिकार बन चुके युवकों में बहुचराजी के आदिवाडा गांव का एक युवक भी शामिल है। उसी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने गैंग का खुलासा किया। आदिवाडा के महेश (बदला हुआ नाम) की 12 अगस्त 2024 को अहमदाबाद की चांदनी रमेशभाई राठौड़ से शादी हुई थी। शादी से पहले और शादी के दौरान आरोपियों ने शिकायतकर्ता से 5 लाख रुपये, सोने-चांदी के गहने, कपड़े और मोबाइल फोन ले लिए थे।

शादी के सिर्फ चार दिन बाद चांदनी के कथित जीजा, राजू भाई ठक्कर, आदिवाडा गांव पहुंचे और चांदनी के पिता के बीमार होने का बहाना बनाकर उसे साथ ले गए। इसके बाद में चांदनी वापस नहीं आई और उसका मोबाईल भी बंद मिला, जिससे युवक को शक हुआ। मामले की जांच करने पर पता चला कि चांदनी राठौड़ और राजू भाई ठक्कर (जिसने जीजा की फर्जी पहचान बताई थी) असल में दलाल थे, जो मिलकर धोखाधड़ी को अंजाम देते थे।।

चांदनी की मां सविताबेन और एक अन्य आरोपी रश्मिका भी इस धोखाधड़ी में शामिल थे। इन चारों ने मिलकर शिकायतकर्ता को ठगा था। जब शिकायतकर्ता तलाक के लिए दलाल राजू भाई से मिला, तो उसे अहमदाबाद के नारोदा बुलाया गया। वहां इन चारों आरोपियों ने उसे बलात्कार के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी और डराकर उससे अतिरिक्त 50 हजार रुपये भी ले लिए। कुल मिलाकर शिकायतकर्ता के साथ 5 लाख 57 हजार रुपये की ठगी हुई। इन सभी ने मिलकर कई मामलों को अंजाम दिया है।

52 लाख की ठगी और फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल :

पुलिस की गहराई से जांच में खुलासा हुआ कि यह गैंग सिर्फ एक मामले तक सीमित नहीं थी। यह पूरा गिरोह गुजरात के अलग-अलग जिलों में शादी करने के इच्छुक लोगों को निशाना बनाता था। वे फर्जी नाम से आधार कार्ड और एलसी बनाते, नकली नाम और रिश्ते दिखाकर लोगों को ठगते थे। एक जगह शादी छिपाकर दूसरी जगह शादी कर बड़ी ठगी करते थे। इन्होंने अन्य कई जिलों में भी ठगी की है।

बता दें, महिला साबरकांठा के हिम्मतनगर तालुका के काकरोल गांव के युवक से शादी कर 2.90 लाख और मोरबी के युवक से 1.80 लाख रुपये लेकर फरार हुई थी। मेहसाणा SP हिमांशु सोलंकी ने बताया कि आरोपी चांदनी ने कुल 15 शादियां की हैं। हर जगह से अलग-अलग रकम ली और फिर फरार हो गई। हर शादी के दौरान गैंग ने नकली आधारकार्ड-एलसी का इस्तेमाल किया. फर्जी दस्तावेजों के उपयोग की धाराएं भी जोड़ी गई हैं। कुल मिलाकर गैंग ने लगभग 52 लाख रुपये और कई गहने ठगे हैं। चारों आरोपी फिलहाल पांच दिन की रिमांड पर हैं। इन्होंने वाव, थराद, साबरकांठा, पाटन, अहमदाबाद, राजकोट, अहमदाबाद शहर, गिर-सोमनाथ, खेड़ा, मेहसाणा, मोरबी और गांधीनगर सहित कई जिलों में शादियां की थीं। ऐसे ही कई मामले अब आम हो गये है।