कवर्धा। कवर्धा रेंज में भारी अनियमितता एक के बाद एक सामने आ रही है। इस बार मुख्यमंत्री के ड्रीम फ्रोजेक्ट में कवर्धा डिविजन ने बड़ी लापरवाही की है। पैसा बचाने के जुगत में वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी जमकर मनमानी कर रहे है। जबकि कुछ माह पहले ही पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री द्वारा कृष्ण कुंज की स्थापना करते हुए वर्चुअल लोकार्पण किया था। लेकिन बोड़ला में बने कृष्ण कुंज में भारी अनियमितता बरती गई है। कृष्ण कुंज में लगे पौधों को बचाने सुरक्षा के लिए चारो ओर फैंसिंग तार से घेरा किया गया है। लेकिन अधिकारी पैसा कमाने के चक्कर मे फैंसिंग पोल को केवल गढ्ढा खोदकर गड़ा दिया गया है।
जबकि फैंसिंग पोल को सीमेंट गिट्टी यानी क्रांक्रीट से जाम करना चाहिए, लेकिन ऐसा न कर जमीन में गड़ा दिया गया है। इसके कारण पोल अभी से हिलने लगे है। इसी प्रकार शासकीय फैंसिंग के दौरान काटा तार के पांच लाइन होते है, लेकिन वन विभाग द्वारा यहां भी काटा मारी करते हुए चार लाइन में ही तार लगाया गया है, जहां से मवेशी आसानी से कृष्ण कुंज अंदर घुस जाते है। जबकि अधिकारी दिखाने के लिए सामने 5 लाइन में तार लगा दिए है।
बोड़ला कृष्ण कुंज में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। यहां देखकर ही इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इस विषय पर वन विभाग के एसडीओ एस एस डोंगरे से चर्चा किया गया तो उनका कहना है बोड़ला कृष्ण कुंज के लिए कोई सेंसग नही हुआ है। उसे ऐसे ही बनाया गया है। वर्चुअल लोकार्पण हुआ है पर बोड़ला का नही काम अभी रुका हुआ है।