रायपुर। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में सबसे ताकतवर नौकरशाह पूर्व प्रमुख सचिव अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह ने भोपाल कोर्ट में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास तिवारी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
उनका कहना है कि उनकी छवि धूमिल करने की नीयत से छत्तीसगढ़ सरकार से झूठी और निराधार शिकायतें की गई हैं। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि उन्हें नोटिस नहीं मिली है। नोटिस मिलने पर जवाब देंगे।
सिंह दंपति ने राज सक्सेना के माध्यम से न्यायिक मजिस्ट्रेट जिला कोर्ट भोपाल के समक्ष कांग्रेस प्रवक्ता के खिलाफ भादंवि की धारा 499, 500 के तहत परिवाद दायर किया है।
परिवाद में कहा गया है कि प्रवक्ता तिवारी ने राजनैतिक लाभ प्राप्त करने के लिए अमन सिंह और उनकी पत्नी के खिलाफ 12 अप्रैल को मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ से झूठी, निराधार, मानहानिकारक शिकायत की थी। निराधार शिकायत को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था।
तिवारी ने न्यूज चैनलों पर भी साक्षात्कार में भी निराधार आरोप लगाए, जिसका प्रसारण पूरे देश में हुआ। मानहानि का मुकदमा दायर होने पर प्रवक्ता तिवारी का कहना है कि वे न्यायालय में समुचित जवाब देंगे और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ उनकी जंग जारी रहेगी।
शिकायत की जांच कर रहीं महिला आईएएस
तिवारी ने शिकायत की है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2005 में अमन सिंह के प्रभाव पर यास्मीन सिंह को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में संविदा पर नियुक्ति दी गई थी। उनका वेतन 35 हजार प्रतिमाह था, जिसे बाद में गुपचुप तरीके से बढ़ाकर एक लाख कर दिया गया था। यास्मीन सिंह नौकरी नहीं करती थीं, अपने नृत्य परफॉर्मेंस में हमेशा बाहर रहती थीं। पूर्ववर्ती सरकार के विभिन्न् कार्यक्रमों में उन्हें आमंत्रित किया जाता था और हर कार्यक्रम का डेढ़ से दो लाख भुगतान होता था। प्रदेश सरकार ने आईएएस रेणु पिल्ले को जांच अधिकारी बनाया है।