खंडवा (म.प्र.) : जिले में रविवार देर रात मोघट थाने पर लोगों ने पथराव कर दिया। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग समाज की एक छात्रा को लेकर थाने पहुंचे थे। मुस्लिम छात्रा ने रविवार दोपहर समाज के ही कुछ लोगों पर मारपीट का केस कराया था। जिसके बाद लोग पार्षद के साथ उसे दोबारा थाने लेकर पहुंचे थे और दूसरे पक्ष के दो युवकों पर केस दर्ज करने का दबाव डाल रहे थे। इसी बीच पार्षद समर्थकों ने ठाने में पथराव कर दिया। पुलिस ने बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा।
विवाद की शुरुआत रविवार दोपहर में हुई थी। शहर के आनंदनगर स्थित एक रेस्टारेंट में नाबालिग छात्रा को दो युवकों के साथ बैठे देख कुछ लोगों ने हंगामा कर दिया। पीड़ित युवकों का आरोप है कि 8-10 लोगों ने आकर मारपीट की। इसके बाद अपहरण कर खानशाहवली क्षेत्र में ले गए। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को छुड़ाकर उनकी जान बचाई। मोघट पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ अपहरण और मारपीट की दो FIR दर्ज की हैं।
देर रात मुस्लिम समाज के लोग इसी केस में नाबालिग को लेकर युवकों पर छेड़खानी का केस दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे। इधर, इसी बीच मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने राह चलते लोगों पर हमला कर दिया। ये घटना गांधीनगर गेट पर हुई। झूमाझटकी में 3 लोग घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने हालात पर काबू पाते हुए शहर में धारा 144 लगा दी है।
छात्रा टीचर और परिचित के साथ थी, लेकिन आरोपी नहीं माने :
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर ढाई से तीन बजे के बीच आनंदनगर स्थित एक कैफे में 10वीं की छात्रा माता चौक में रहने वाले अपने टीचर सत्यम कुमार वर्मा और परिचित अतुल यादव के साथ रेस्टोरेंट में एक टेबल पर बैठकर जूस पी रही थी। पीड़ित युवक ने बताया कि छात्रा को देख मुस्लिम समाज के कुछ लोग मुंह पर कपड़ा बांध वहां पहुंचे। उन्होंने छात्रा का नाम और पता पूछा और हड़काने लगे। छात्रा हड़बड़ाहट में नाम – पता बताने में डर गई। छात्रा से पूछा कि यहां क्यों बैठी हो, तो उसने कहा कि ये हमारा आपसी मामला है। उसने बताया कि इनमें से एक हमारे टीचर हैं, दूसरे परिचित हैं, लेकिन वे लोग नहीं माने और बुरी तरह मारपीट करने लगे, जिससे दोनों पीड़ित युवकों को काफी चोटें आई।
मारपीट के शिकार हुए टीचर सत्यम ने उन्हें बताया भी कि छात्रा उनकी स्टूडेंट है। उसका बर्थडे आने वाला है और वह पढ़ाई के लिए कुछ दिन बाद मुंबई जाने वाली है, इसलिए रेस्टोरेंट में पिज्जा और जूस पीने आए हैं, आप लोग गलत समझ रहे हो। लेकिन आरोपियों ने उनकी बात नहीं मानी। पीड़ित शिक्षक और युवक ने बताया कि आरोपियों ने रेस्टोरेंट में छात्रा के अलावा हम दोनों के साथ बुरी तरह मारपीट शुरू कर दी। आरोपी पीटते-पीटते हमें रेस्टोरेंट से रोड तक लेकर पहुंचे, फिर हमारा अपहरण कर लिया। CCTV फुटेज में आरोपी मुंह पर कपड़ा बांध मारपीट करते नजर आ रहे हैं।
थाना परिसर में पथराव, पार्षद अशफाक सिगड़ हिरासत में, लोगों को खदेड़ा :
घटना के बाद पार्षद अशफाक सिगड़ रात में फिर कुछ लोगों के साथ थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस से कहा कि छात्रा पर दबाव बनाकर FIR करवाई गई है, दोबारा रिपोर्ट लिखो। पुलिस ने समझाइश देने की कोशिश की। इसी दौरान इमलीपुरा की ओर से आए पार्षद समर्थकों ने पथराव कर दिया। थाना परिसर में भी पत्थर फेंके। SP सत्येंद्र कुमार शुक्ल भी थाने पहुंचे। पुलिस ने पार्षद को हिरासत में ले लिया और भीड़ को लाठियों से खदेड़ा। इसी बीच गांधीनगर में मामूली पथराव हो गया। पुलिस फोर्स दल-बल के साथ गांधीनगर पहुंचा। हालात काबू में किया। क्षेत्र में धारा 144 लागू होने की सूचना लोगों को दी है।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज, दो आरोपी गिरफ्तार :
मोघट टीआई बृजभूषण हिरवे ने बताया- मारपीट के मामले में अजहर पिता हजरत अली निवासी खानशाहवली, मोहसिन निवासी छीपा कॉलोनी, शादाब निवासी गुलमोहर कॉलोनी और मो. इरफान निवासी दुबे कॉलोनी के खिलाफ दो FIR दर्ज हुई हैं। पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कराया है। सत्यम और अतुल ने इन्हीं आरोपियों के खिलाफ अपहरण, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज करवाया है। आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर लिया है।
हिरासत में पार्षद, पुराना रिकॉर्ड देख पुलिस करेगी कार्यवाही :
SP सत्येंद्र कुमार शुक्ल का कहना है, कुछ लोग शाम को थाने आए और छात्रा की ओर से दोबारा केस दर्ज करवाने की मांग करने लगे। जबकि, पीड़िता अपने बयान पहले से ही दर्ज करवा चुकी थी। वे दूसरी बार झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाने का दबाव बना रहे थे। इसी दौरान हंगामा करने लगे। पार्षद सिगड़ को हिरासत में लिया तो उनके समर्थकों ने बाहर पथराव किया, जिन्हें खदेड़ा गया। स्थिति कंट्रोल में है। हालात को देखते हुए शहर में धारा 144 लगाई गई है। पुराना रिकॉर्ड देखकर अशफाक सिगड़ पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। मामले में जबरदस्ती विवाद खड़ा किया गया है।