अंबिकापुर : मामला सूरजपुर जिले का है , जाति प्रमाण-पत्र बनवाने के नाम पर एक पटवारी महिलाओं और लड़कियों से कपड़े उतरवाकर मोबाइल से फोटो क्लिक करता था और कहता था कि यह नियम में शामिल है। कपड़े उतरवाकर बाड़ी टेस्ट करानी पड़ेगी, उस समय वह छेड़छाड़ भी करता था। इस तरह की गंदी हरकत वह अब तक कई लड़कियों के साथ कर चुका है, लेकिन बदनामी के डर से सिर्फ दो पीड़िता ही सामने आ पाई हैं। सूरजपुर जिले के गेतरा में पोस्टेड पटवारी सैयद मोहम्मद रजा के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है। पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई या उसे भगा दिया गया?
पुलिस के अफसर उसे फरार बता रहे हैं, तो गिरफ्तार नहीं करने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। गेतरा के सरपंच गिरधारी आयाम ने बताया कि घटना पांच मई की है। गांव का एक व्यक्ति पटवारी के पास पंचायत भवन में कब्जा काश्त का कागज बनवाने पत्नी के साथ गया, जहां से उस व्यक्ति को पटवारी ने आधार कार्ड की फोटो कॉपी कराने और पंचनामा कागज में लोगों का हस्ताक्षर कराने गांव भेज दिया। इसके बाद महिला को बाड़ी टेस्ट करने के नाम पर अंदर बुलाया और उसके कपड़े उतरवाकर फोटो लेने लगा और छेड़छाड़ की। बाद में घर पहुँचने पर महिला ने यह घटना अपने पति को बताई।
महिला ने यह जानकारी पति को घर आकर दी। व्यक्ति ने सरपंच को फोन किया तो सरपंच ने मामले को लेकर पटवारी से दूसरे दिन बात करने का सोचा। इस बीच शाम को एक गांव के ही एक व्यक्ति ने फोन किया कि वह क्लास आठवीं में पढ़ने वाली बेटी के साथ जाति प्रमाण-पत्र के आवेदन में पटवारी का हस्ताक्षर कराने गया था, तो पटवारी ने उसे भी पंचनामा कागज में ग्रामीणों का हस्ताक्षर कराने बाहर भेजा और बॉडी टेस्ट के नाम पर बेटी का कपड़ा उतरवाकर फोटो लिया और छेड़छाड़ की। बेटी ने पंचायत भवन से बाहर निकलते ही अपने पिता को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद पिता परेशान हो गया, उसे कुछ नहीं सुझा की बेटी के सम्मान को देखे या फिर बदनामी को? आरोपी बॉडी टेस्ट करने बनाता था दबाव बनाता था, फिर छेड़खानी भी करता था।
पटवारी बोला- कपड़े उतारो, तब बनेगा जाति प्रमाण-पत्र, वरना नहीं बनने दूंगा :
पीड़िता ने बताया पापा मेरे को पंचायत भवन में छोड़कर गए, इसके बाद पटवारी ने कहा कि बॉडी चेक करना है, तब जाति प्रमाण-पत्र बनेगा, इसके लिए कपड़े उतारना ही होगा। मैंने इस पर मना किया, लेकिन कहने लगा नहीं उतारोगे तो प्रमाण-पत्र नहीं बनेगा, फिर जबरदस्ती करने लगा और मेरे कपड़े उतारकर छेड़ने लगा। मैं बहुत डर गई थी। उसने फोटो क्लिक की और फिर किसी को नहीं बताने को कहा। मैं अंदर ही अंदर रो रही थी और जब पापा आए तो उन्हें बताई। मेरी फोटो उसके मोबाइल में है, मुझे डर है कि उसे वह वायरल न कर दे। जैसा कि पीड़िता ने पत्रकारों को बताया।
आसपास गांव में भी लड़कियों के साथ पटवारी ने की छेड़छाड़ :
पांच मई को जब दो पीड़िता सामने आईं तो गांव की दो और लड़कियों के साथ इस तरह की घटना होने की बात सामने आ रही है, लेकिन उन्होंने लाज-शर्म की वजह से केस दर्ज नहीं कराया है। वहीं इससे लगे दो गावों में भी लड़कियों और महिलाओं के साथ ऐसी घटना की चर्चा है, लेकिन वे भी अब तक सामने नहीं आए हैं। हालांकि पुलिस को इसकी जानकारी है।
10 हजार देकर कुकर्म छिपाना चाहता था पटवारी :
सरपंच गिरधारी आयाम ने बताया कि बच्ची के साथ पटवारी ने शाम 6 बजे के करीब छेड़छाड़ की। इस पर बच्ची के पिता ने फोन कर पंचायत भवन से ही मुझे बताया, मैं तत्काल मौके पर पहुंच गया तो पटवारी सैयद मोहम्मद रजाकहने लगा कि 10 हजार ले लो, समझौता कर लो, लेकिन हमने पटवारी को वहां से घर जाने को कहा, क्योंकि गांव में बात फैलने लगी थी। लोगों का गुस्सा फूट जाता तो पटवारी के साथ बड़ी घटना हो जाती। वहीं पटवारी फरार है, उसका मोबाइल बंद है और फेसबुक अकाउंट भी डिलीट कर दिया है। उसकी इस हरकत से पीड़ित काफी समय से परेशान चल रहे थे और गाँव वालों काफी आक्रोश है, अभी कलेक्टर ने पटवारी को निलंबित कर दिया है।
आसपास गांव में भी लड़कियों के साथ पटवारी ने की छेड़छाड़
पांच मई को जब दो पीड़िता सामने आईं तो गांव की दो और लड़कियों के साथ इस तरह की घटना होने की बात सामने आ रही है, लेकिन उन्होंने लाज-शर्म की वजह से केस दर्ज नहीं कराया है। वहीं इससे लगे दो गावों में भी लड़कियों और महिलाओं के साथ ऐसी घटना की चर्चा है, लेकिन वे भी अब तक सामने नहीं आए हैं। हालांकि पुलिस को इसकी जानकारी है।
अपराध दर्ज किया गया है, गिरफ्तारी के लिए टीम जुटी है, आरोपी फरार :
“डीएसपी केडी कुजूर ने बताया कि दो पीड़िताओं की रिपोर्ट पर अलग-अलग केस दर्ज किया गया है। इसके बाद से पटवारी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम लगी है।”
SDM ने कहा- कलेक्टर से चर्चा कर उसे सस्पेंड कर दिया:
“एसडीएम रवि सिंह ने बताया कि पीड़िताओं ने जब पुलिस में शिकायत की तो हमें पता चला और कलेक्टर से बात कर पटवारी को सस्पेंड कर दिया। उसका मोबाइल नंबर भी घटना के बाद से बंद है। लोकेशन पता नहीं चल रही है। हमें पहले पता चला होता तो उसके खिलाफ पहले ही कार्यवाही किए होते।”