दमोह (म.प्र.) : मध्यप्रदेश में सड़कों पर दौड़ रही कंडम बस किस तरह यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। इसका एक वाकया शुक्रवार को सामने आया है। पांच वर्षीय हेमंत अपने परिवार के साथ शुक्रवार को छतरपुर के कुड़ीला गांव जाने के लिए नरसिंहगढ़ से बस में सवार हुआ था। कुछ किमी दूर पहुंचने पर नरसिंहगढ़ चौकी के पास अचानक पटियों से बना बस का फर्श टूट गया। इसमें बालक चलती बस से गिर गया। बस का पिछला पहिया उसके ऊपर से निकल गया। बालक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।उधर, छतरपुर के आरटीओ विक्रमजीत सिंह कंग ने बताया कि तीन महीने पहले फिटनेस जांच हुई थी। अब इस घटना की जानकारी मिलते ही बस का फिटनेस निरस्त कर दिया गया है।
घटना में कंडम बस में लगा पटिया जो फर्श होता है, टूटने से उसमें सवार एक बालक नीचे गिर गया और उसके ऊपर से पहिया निकल गया, जिससे बालक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना बटियागढ़ थाना क्षेत्र के चैनपुरा और विपतपुरा के बीच शुक्रवार की सुबह करीब 9.30 बजे की है। सूचना मिलते ही 100 डायल और बटियागढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उठवाकर पीएम के लिए भिजवाया। पुलिस ने बस को जब्त कर चालक को हिरासत में ले लिया है। जानकारी अनुसार टीकमगढ़ जिले के कुड़ीला थाना क्षेत्र के दोहचंदेली निवासी हिमंत पिता देशराज लोधी 6 अपनी दादी शीलाबाई के साथ नरसिंहगढ़ के पास कारीजोग खैजरा गांव अपने मामा के यहां शादी समारोह में शामिल होने आया था। शुक्रवार सुबह नरसिंहगढ़ से बालक अपनी दादी के साथ अपने गांव जाने के लिए बस में सवार हुआ था।
बटियागढ़ चौकी में पदस्थ एसआई पीडी दुबे ने बताया कि बस नंबर एमपी 12 टी- 0270 नरसिंहगढ़ से टीकमगढ़ के लिए रवाना हुई थी इसी बस में बालक भी सवार था जो अपनी दादी के साथ ड्राइवर साइड से तीसरे चौथे नंबर की सीट के पास सामने खड़ा था तभी नरसिंहगढ़ से कुछ दूरी पर चैनपुरा और विपतपुरा के बीच बस का पटिया टूट जाने से बालक बस के नीचे आ गिरा और ऊपर से पहिया निकलने से मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
मृतक की दादी ने बताया कि मैं कंडक्टर को किराया देने लगी तभी नाती बस में हाेल से नीचे गिर गया मैं चिल्लाई तो बस रोकी गई और मैं तुरंत नीचे आई तो बस आगे बढ़ गई नीचे देखा तो नाती की मौत हो गई थी।
चालक के खिलाफ 304 (ए) का मामला दर्ज हो सकता है, बटियागढ़ चौकी में पदस्थ एसआई पीडी दुबे का कहना है कि मर्ग दर्ज कर जांच में लिया गया है, बस के दस्तावेज देखे जा रहे हैं, चालक को हिरासत में लिया गया है, जांच के बाद लापरवाही के चलते चालक पर 304(ए) का मामला दर्ज हो सकता है। फिटनेस की जांच को लेकर कभी-भी अधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखाई और बसें सड़कों पर दौड़ती रहीं। ऐसी ही एक कंडम बस मासूम की जान का कारण बन गई।