नई दिल्ली : आज तक सरकारों ने किसी उद्योगपति को कोई सम्मान नहीं दिया है, राष्ट्र के निर्माण में उद्योगपतियों के योगदान को कभी नकारा नहीं जा सकता, टाटा समूह का राष्ट्रहित में पर्याप्त योगदान रहा है, यहाँ तक की कोरोना के समय रतन टाटा ने यहाँ तक कह दिया था कि मै अपने राष्ट्र भारत के लिये समूची संपत्ति भी दान डे सकता हूँ, अब महाराष्ट्र सरकार ने रतन टाटा को उद्योग रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया है। शनिवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और देवेंद्र फड़नवीस के साथ रतन टाटा के आवास पर पहुंचे। उन्हें उद्योग रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि, उद्योग रत्न पुरस्कार सरकार द्वारा पहली बार शुरू किया है। टाटा समूह का देश के लिए बहुत बड़ा योगदान है। इस पुरस्कार को स्वीकार करने के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता है। डिप्टी सीएम फड़नवीस ने रतन टाटा के लंबी आयु की कामना की।
रविवार को अन्य कारोबारियों को किया जाएगा सम्मानित :
इसके साथ ही महाराष्ट्र के विकास में योगदान देने वाले कारोबारियों को उद्योग पुरस्कार कल (रविवार) दिया जाएगा। सरकार ने यह अवॉर्ड इस वर्ष पहली बार दिया है। पुरस्कार समारोह को बांद्रा कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया जाएगा। अब सरकार द्वारा देशहित में कार्य करने वाले उद्योगपतियों को इस सम्मान से नवाजेगी।
इन दिग्गजों को दिया जाएगा पुरस्कार :
रविवार को आदर पूनावाला को उद्योग मित्र, गौरी किर्लोस्कर को उद्योगिनी और विकास शिंदे को उत्कृष्ट मराठी उद्यमी के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा भी जो भी उद्योगपति इस सम्मान के योग्य होगा उसे भी पर्याप्त सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
महाराष्ट्र में बनेगा टाटा समूह संग्रहालय :
उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा, ‘आज का दिन सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। यह अवॉर्ड टाटा ट्रस्ट को दुनिया भर में फेमस करने वाले रतन टाटा को दिया गया।’ उन्होंने कहा कि प्रदेश में विदेशों में मर्सी संग्रहालय जैसा राज्य में टाटा उद्योग ग्रुप का संग्रहालय बनेगा। टाटा ग्रुप का राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जब जब देश पर मुसीबतें आई है टाटा ग्रुप ने देश के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर अपना योगदान दिया है।