“सिमर्स पब” का मुद्दा उठाया था, हमारी टीम ने। रेस्टोरेंट- पबों में रात 2 से 3 बजे तक चलती हैं पार्टियां, पुलिस प्रशासन करता है खानापूर्ति। अपराध की आशंका से इंकार नहीं।

रायपुर : नशे के साथ देर रात तक पार्टी करने से अपराध होने की आशंका रहती है। होटल क्वींस क्लब, आईपी क्लब जैसी घटना सामने आ चुकी है। इसके अलावा सड़क हादसे, मारपीट, चाकूबाजी जैसी घटनाओं की भी आशंका रहती है। नाईट पार्टियों में युवा गांजा व शराब का नशा भी करते थे। हुक्काबार बंद होने के बाद नशा करने वालों का सुरक्षित ठिकाना भी बंद हो गया है। हुक्काबार बंद होने के बाद अब नाइट पार्टी का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। इन पार्टियों में अधिकांश युवा शामिल होते हैं और मकसद होता है सिर्फ नशा करना। जब हुक्काबार चल रहे थे, तो उसमें बड़ी संख्या में युवक-युवतियां व नाबालिग जाते थे। इसमें गांजा व शराब का नशा भी करते थे। हुक्काबार बंद होने के बाद नशा करने वालों का सुरक्षित ठिकाना भी बंद हो गया। अब नाईट पार्टियों का दौर चल रहा है।

हुक्काबार संचालकों को भी आर्थिक नुकसान हुआ था। इसकी भरपाई के लिए नाइट पार्टी का आयोजन होने लगा है। जहां हुक्काबार थे, अब वहां पर पब और रेस्टोरेंट बना लिए गये हैं। सप्ताहांत में वन डे शराब लाइसेंस लेकर भी पार्टी आयोजित करते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार वन डे लाइसेंस की आड़ में कई पबों में सूखा नशा भी उपलब्ध कराया जा रहा है। कई पबों में बिना अनुमति के ही शराब परोसी जा रही है।

होटल सिमर्स में निगरानी की थी हमारे प्रतिनिधि ने :

हमारा प्रतिनिधि पिछले सप्ताह रात को 12:30 बजे तक तक होटल सिमर्स पब की निगरानी करता रहा, सुबह जब थाना प्रभारी से फ़ोन पर बात की गई तो , थाना प्रभारी ने बताया रोज रात को 11 बजे तक उपरोक्त पब को बंद करवा दिया जाता है, ज्यादा बात ना करते हुये थाना प्रभारी ने कहा खुद ही आकर देख लो और फ़ोन काट दिया। आगे भी हमारी निगरानी इस प्रकार के पब और होटलों पर बनी रहेगी। कई होटलें , पब और बार नियमों को ताक में रखकर आधी रात तक खुले रहते है, जिससे कई बार झडपें और युवाओं में लड़ाई झगडे की ख़बरें आती रहती है।

50 से ज्यादा पब-रेस्टोरेंट और होटल संचालित है :
विधानसभा, वीआईपी रोड, मंदिरहसौद और नवा रायपुर में 50 से ज्यादा होटल, रेस्टारेंट और पब हैं, जहां रातभर पार्टियां चलती रहती हैं। शनिवार-रविवार को तो रात 2 से 3 बजे तक खुले रहते हैं। इनमें अधिकांश में पार्टी की आड़ में नशे का सामान उपलब्ध करवाया जाता है। विधानसभा इलाके में मेन रोड से लगे पब में इतनी भीड़ रहती है कि सड़क तक जाम होने लगता हैं। कई बार तो सुबह 4 बजे तक भी पार्टी युवाओं की भीड़ लगी रहती है।

पब होटल संचालन का रात 12 बजे का है नियम :
जिन होटलों, रेस्टोरेंट-पब और ढाबों के पास शराब पिलाने का लाइसेंस हैं, वे रात 12 बजे तक खुला रख सकते हैं। इसके बाद खोलना अवैध है। ऐसा करने वालों पर आबकारी और पुलिस कार्यवाही कर सकते हैं। हालांकि यह टाइम बार का भी है। इसके बावजूद वीआईपी रोड, विधानसभा, माना और नवा रायपुर में आधी रात के बाद तक पीने-पिलाने का दौर चलता रहता है। जिसके ऊपर पुलिस सिर्फ खानापूर्ति करती है।

हुक्के का कारोबार बंद :
एक समय राजधानी में 100 से ज्यादा हुक्का बार चलते थे। बड़ी संख्या में युवाओं के अलावा नाबालिग भी नशे के आदी हो रहे थे। शिकायतें मिलने के बाद पुलिस ने इसके खिलाफ अभियान चलाया। लगातार कार्यवाही के चलते सभी हुक्काबार बंद हो गए। हुक्काबार भी देर रात तक चलते थी और उसमें हुक्का के अलावा गांजा और शराब भी परोसा जाता था। कुछ हुक्काबारों में ड्रग्स भी बेचा जाने लगा था। ज्सिके बाद से हुक्काबार पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया था। अब पब और रेस्टोरेंट के नाम पर वही सब चालू हो गया है।

शराब पिलाने का लाइसेंस रखने वाले पब व बारों को रात 12 बजे तक ही अनुमति दी जाती है, इसके बाद अनुमति नहीं है। हुक्काबार पुलिस के सख्ती के चलते बंद हुआ है। नियम विरूद्ध शराब या कोई प्रतिबंधित नशा कराने की सूचना मिलने पर पुलिस कार्रवाई करती है। आगे भी कार्रवाई की जाएगी।
– प्रशांत अग्रवाल, एसएसपी, रायपुर