लगातार जंग चलने से यूक्रेन में सैनिकों की कमी, 5 लाख जवानों की और जरूरत, तबाही भरा नुकसान, मुसीबत में जेलेंस्की।

एशिया : रूस और यूक्रेन की लगातार चल रही जंग और भी ज्यादा खतरनाक हो गई है। इस युद्ध से दोनों देशों को बहुत नुकसान हुआ है। एक तरफ जहाँ रूस में नेपाल के सैनिकों की भर्ती होने के बाद उनकी मौत हो रही है और उन्हें हर्जाना भी नही मिल पा रहा है, और लाश भी अपने देश नहीं जा पा रही है, वहीँ दोनों देश भरी मुसीबत से गुजर रहे है। रूस एक पूर्णरूप से सक्षम देश है, लेकिन उसकी भारी तबाही हुई है। वहीँ यूक्रेन में तो इस लंबी जंग से सैनिकों की कमी का संकट खड़ा हो गया है। इस परेशानी को देखते हुए यूक्रेनी आर्मी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को प्रस्ताव दिया है कि ‘5 लाख सैनिकों की सेना में भर्ती की जाए’। इस संबंध में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेनी सेना ने साढ़े चार से पांच लाख और यूक्रेनियों को सशस्त्र बलों में शामिल करने का प्रस्ताव दिया है। यह एक “अत्यधिक संवेदनशील” मुद्दा है, जिसे संसद में भेजने से पहले सेना और सरकार के बीच चर्चा होगी।

फरवरी 2022 से लगातार जारी है जंग :

यूक्रेन और रूस के बीच फरवरी 2022 से युद्ध लगातार जारी है। इसमें दोनों देशों के हजारों सैनिकों और आम नागरिकों की काफी संख्या में मौत हो चुकी है। वहीं हजारों लोग घायल हुए हैं। इस बीच यूक्रेन ने रूस के खिलाफ युद्ध में लड़ने के लिए सेना की संख्या 15 लाख करने की योजना बनाई है। जेलेंस्की ने कहा, “मैंने सेना से कहा कि इसका समर्थन करने के लिए मुझे और तर्कों की आवश्यकता होगी। क्योंकि सबसे पहले, यह लोगों का सवाल है, दूसरा यह निष्पक्षता का सवाल है, यह रक्षा क्षमता का सवाल है, और यह वित्त का सवाल है।” लगातार युद्ध से दोनों देशों को बेतहाशा आर्थिक नुकसान हुआ है।

जंग में यूक्रेन का अब तक हुआ इतना नुकसान :

यूक्रेन बीते एक साल में जो तबाही मची है, उसे दोबारा बनाने और रिकवरी में कुल मिलाकर करीब 411 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा। इसमें सड़कों, इमारतों और बिजली-पानी की रिपेयरिंग का खर्च शामिल है। ये डेटा वर्ल्ड बैंक ने 9 महीने पहले जारी किया था। अब इसमें कुछ बढ़त ही हुई है। अगर रिकवरी के लिए पूरे पैसे आ भी जाएं तो भी इसे ठीक करने में लंबा समय लगेगा। इतने में दुनिया कुछ साल और आगे हो जायेगी, जबकि तबाह हुआ देश थोड़ा और पीछे रह जाएगा। इस बीच 5 लाख और सैनिकों की जरूरत यूक्रेन के लिए बड़ा संकट है। सैनिक जुटाने के लिये जेलेंस्की मुसीबत में आ गये है।

यूक्रेन का बड़ा दावा ‘मार गिराई रूसी किंझल मिसाइल’ :

लगातार रूस और यूक्रेन में जंग जारी है। यूक्रेन ने दावा किया कि उसने रूस की हाइपरसोनिक मिसाइल किंझल को मार गिराया है। रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने किंझल मिसाईल को ‘अजेय’ करार दिया था और इसकी तारीफों के पुल बांधे थे। रूस की इस किंझल मिसाईल को गिराने के बाद यूक्रेन के सैनिक खासे उत्साहित हैं। यूक्रेन ने संकेत दिया है कि उसने अमेरिका के पैट्रियट सिस्‍टम की मदद से रूसी हाइपरसोनिक मिसाईल को मार गिराया है। अब तक माना जाता था कि रूस की हाइपरसोनिक मिसाईलों को हवा में ही तबाह नहीं किया जा सकता है, लेकिन यूक्रेन की सफलता ने पुतिन को बड़ी टेंशन दे दी है। इधर पुतिन युद्ध को ख़त्म करने के मूड में नहीं दिख रहे है।