रायपुर : साईबर ठग रोजाना नये – नये तरीकों से ठगी को अंजाम दे रहे है, ऐसे में शादियों के मौसम में साईबर अपराधियों ने ठगी का एक और तरीका शुरू कर दिया है। अब ये ठग अनजान नंबरों से व्हाट्सएप पर शादी का ई-निमंत्रण (ई-कार्ड) भेज रहे हैं। जैसे ही कोई प्रयोगकर्ता इस कार्ड (apk) पर क्लिक करके इसे डाउनलोड करता है, तो इंस्टाल करने के बाद उसका मोबाईल हैक हो जाता है। रायपुर पुलिस ने इस बढ़ते साईबर खतरे को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। किसी भी प्रकार के एप को सिर्फ गूगल प्ले स्टोर से ही इंस्टाल करें। कभी – भी ऐप्स द्वारा मांगी गई परमिशन की जांच करें।
जानिए कैसे हो रही है ठगी?
पुलिस के अनुसार साईबर अपराधी एंड्रोइड पैकेजिंग किट (APK) भेजकर ठगी का नया ट्रेंड चालू कर चुके हैं। कई एंड्रायड फोन प्रयोगकर्ता बिना सोचे-समझे अंजान या परिचितों के नंबरों से आए ई-कार्ड सीधे डाउनलोड कर लेते हैं। इसी का फायदा साईबर अपराधी उठाते हैं और ठगी कर रहे हैं। ऐसे ई-कार्ड, निमंत्रण या ई-पत्रिकाएं आपके पास आएं तो पहले नंबर चेक करें। परिचित हो तो उनसे संपर्क करें, फिर डाउनलोड करें। यदि apk लिखा हुआ है तो इसे डाउनलोड न करें, कभी – भी पीडीएफ फाईल में ही निमंत्रण कार्ड होते है।
क्या है APK फाइल का खेल?
महामृत्युंजय मन्त्र, इसकी उत्पत्ति की कथा और महत्व के साथ , पूर्ण सुनना आवश्यक है: https://www.youtube.com/watch?v=L0RW9wbV1fA
– एपीके फाइल एक खास प्रकार की एप्लिकेशन फाइल होती है, जो मोबाइल डिवाइस में इंस्टॉल होने पर वायरस सक्रिय कर देती है।
– ये फाइल हैकर्स को आपके डिवाइस पर अनधिकृत नियंत्रण देती है।
– एपीके फाइल का उपयोग फिशिंग अटैक के लिए भी किया जाता है, जो आपके डिवाइस में खतरनाक कोड इंस्टॉल कर सकता है।
साईबर रेंज प्रभारी मनोज नायक का कहना है, “शादियों के सीजन में साईबर अपराधी व्हाट्सएप पर ई-निमंत्रण भेजकर ठगी कर रहे हैं। इसे खोलते ही मोबाइल हैक हो जाता है। सभी से अनुरोध है कि सतर्क रहें और अनजान लिंक या फाइल डाउनलोड न करें।”