राजिम : राजिम और धमतरी के लिए चलने वाली छोटी रेललाइन (नैरोगेज) का 117 साल का रायपुर से सफर 1 मई 2017 से थम गया था, 30 अप्रैल को आखिरी बार तेलीबांधा स्टेशन से छूटी थी। अब रायपुर- राजिम के बीच छोटी रेल लाइन को अपग्रेड किया जा रहा है। राजिम से अभनपुर 17 किमी. की दूरी तक नई पटरी के लिये पूरी लाईन बिछ गई है। जानकारी के मुताबिक रेलवे ने यहाँ 1 अरब रुपए का प्रोजेक्ट बनाया हुआ है। नदी किनारे से कुछ ही दूर जहां पुराना प्लेटफार्म था उसे नष्ट कर उसी जगह नया भवन बनकर तैयार हो गया है।
नवनिर्माण के बाद यात्रियों को वे सभी सुविधाएं यहां मिल जायेंगी जो रायपुर-बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव जैसे बड़े स्टेशनों में मिलता है। बहरहाल काम बहुत स्पीड से चल रहा है। बता दें कि, केंद्री से धमतरी और राजिम तक बड़ी रेल लाईन का शिलान्यास 6 अक्टूबर 2018 को तत्कालीन रेलमंत्री पीयूष गोयल एवं छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया था। वर्ष 2022 तक रेल लाईन बिछाने का लक्ष्य था किन्तु कोरोना कॉल आ जाने के कारण वर्ष 2024 बढ़ा दिया गया था।
ऐसा नहीं है कि, राजिम रूट पर पहली बार ट्रेन चलेगी, पूर्व में भी कई दशकों तक छोटी लाइन पर डीजल इंजन वाली ट्रेन रायपुर से अभनपुर होते राजिम के लिए चल चुकी है। किंतु घाटे का हवाला देते हुए रेल मंत्रालय ने यह सेवा बंद कर दी थी। लोगों की मांग पर पुन: ब्रॉडगेज लाइन बिछाकर ट्रेन परिचालन का निर्णय लिया गया है। सारे बड़े काम पूरा हो गया है सिर्फ फिनिशिंग का काम चल रहा है। काम की स्पीड को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि तीन माह के भीतर बाकी काम भी पूरे हो जाएंगे। अब सवाल यह उठता है कि छोटी लाईन को घाटे में चलने के कारण बदन किया गया था तो ऐसे में नई लाईन में कैसे संचालन होगा?
स्टेशन नवापारा में होगा लेकिन नाम होगा राजिम :
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राजिम रेलवे स्टेशन बनने के बाद यह भारत का एक अनोखा रेलवे स्टेशन कहलाएगा। इसका कारण यह है कि, रेलवे स्टेशन रायपुर जिले के नवापारा नगर में होगा जो गरियाबंद जिले के राजिम के नाम से जाना जाएगा। नदी के पहले नवापारा एवं नदी के उस पार राजिम स्थित है। गरियाबंद जिला बनने के पहले राजिम रायपुर जिले का हिस्सा था भले ही स्टेशन नवापारा में स्थित है किंतु जब छोटी रेल लाइन चलती थी तब भी स्टेशन का नाम राजिम ही था। राजिम रेलवे स्टेशन का काम पूर्ण होने पर न केवल ट्रेन यात्रा की सुविधा मिलेगी बल्कि स्टेशन पर रिजर्वेशन काउंटर की सुविधा भी मिलेगी। अभी रेल के सफर के लिए आईआरसीटीसी से रेलवे टिकट बुक करनी पड़ती है या च्वॉइस सेंटर के चक्कर लगाने पड़ते हैं। चूंकि रेलवे रिजर्वेशन काउंटर का सर्वर रेलवे के सर्वर से डायरेक्ट कनेक्ट होता है लिहाजा टिकट में समय भी नहीं लगेगा एवं तत्काल टिकट भी तुरंत बुक हो पाएगा। इसका लाभ इस क्षेत्र के लोगों को मिलेगा।
इस शहर को बड़ी रेल लाइन ब्रॉडगेज की सौगात मिल रही है, वहीं यहां का एक बड़ा एवं अहम हिस्सा इंदिरा मार्केट एवं पूरा मोहल्ला प्रभावित हो रहा है। इंदिरा मार्केट एवं पूरा एरिया विगत 5 दशकों से अधिक समय से वहां है कुछ माह पूर्व मोहल्लेवासियों ने शासन से प्रभावित दुकानों एवं घरों के लिए जमीन की मांग की थी किन्तु अब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
रायपुर-राजिम मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव होगा कम :
बहुप्रतीक्षित रेलवे मार्ग का काम पूर्ण होने का इंतजार यात्रियों के साथ-साथ नवापारा-राजिम के सब्जी व्यापारियों एवं फुटकर विक्रेताओं एवं व्यापारियों को भी है। रेल मार्ग बनने से रायपुर, राजिम सड़क मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव कम रहेगा साथ ही रायपुर- धमतरी नया रायपुर एवं अन्य शहर जाने के लिए एक अतिरिक्त विकल्प मिलेगा। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी रेल यात्रा सुरक्षित माना जाता है। रेल सेवा प्रारंभ होने से एफ सी आई के धान परिवहन में भी सुविधा होगी।
उम्मीद कर रहे फरवरी में हो जायेगा उदघाटन – विनय सिंह
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प्रोजेक्ट मैनेजर विनय सिंह ने बताया कि, काम लगभग पूर्णता की ओर है। उम्मीद कर रहे हैं कि, राजिम माघी पुन्नी मेला के पहले फरवरी माह में शुरू हो जायेगा। फिलहाल फिनिशिंग का काम काफी स्पीड से चल रहा है। बड़ी रेल का स्टापेज राजिम और मानिकचौरी होगा। इस पटरी पर मालगाड़ी भी दौड़ेगी। 17 किमी के दायरे में 36 माइनर ब्रिज बनकर तैयार हैं। शहर के वार्ड नंबर 2 जो कि रेलवे लाइन के किनारे है, इस वार्ड के लोगों की सुविधा के लिए एक सड़क भी पटरी के किनारे से बनाकर मेन रोड में जोड़ी जाएगी। जहां पर पहले फाटक था वहां फाटक लगाई जाएगी। राजिम स्टेशन से पूरे देश के किसी भी हिस्से में जाने के लिए एडवांस बुकिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। बड़ी रेल के शुरू हो जाने से राजिम सहित आस-पास के तमाम गांवों के लोगों को बेहतर यात्री सुविधाएं मिलेंगी वहीं समय और पैसे की बचत अलग होगी। यह निर्माण 2022 तक पूरा हो जाना था, लेकिन नहीं हो पाया है।