ग्वालियर (म.प्र.) : अयोध्या में श्रीराम प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन ग्वालियर के माधोगंज इलाके में श्रीराम के भजन सुन रही महिला को पड़ोसी भीम आर्मी के कार्यकर्ता राहुल राजौरिया, रोहित राजौरिया और इनके पिता जगदीश राजौरिया ने धमकाया। घर के बाहर लगे श्रीराम लिखे झंडे हटवा दिए, इसके बाद बुधवार को जब महिला घर पर भजन सुन रही थी तो यही लोग दोबारा आ गए, इन्होंने महिला को सड़क पर धक्का देकर गिराया और मारपीट की। धमकाकर कहा- अगर यहां रहना है तो राम-राम भी मत बोलना। मामले में माधोगंज थाना पुलिस ने गुरुवार को एफआइआर दर्ज की। आरोपित फरार हैं।
पूरी कहानी महिला की जुबानी :
पीड़िता कविता जाटव ने बताया कि, मैं माधोगंज स्थित बौद्धनगर में रहती हूं। मेरी उम्र 36 साल है। श्रीराम की भक्त हूं, पूजा करती हूं। 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा थी। बहुत ही उत्साह था, इसलिए घर पर श्रीराम के झंडे लगाए थे। श्रीराम के भजन भी चला रही थी। तभी राहुल, रोहित और उनके पिता जगदीश आ गए। आकर धमकाया। झंडे उखाड़कर फेंक दिए।
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कविता जाटव ने बताया कि बुधवार को सुबह घर की झाड़ू लगा रही थी, तभी श्रीराम के भजन चल रहे थे। तीनों फिर आ गए। इन्होंने जबरन भजन बंद करवा दिए। बोले- यहां रहना है तो श्रीराम नहीं, जय भीम बोलना होगा। श्रीराम का नाम भी मत लेना, राम भगवान नहीं है। फिर कहा- यहां झंडा मत लगाना, सिर्फ नीला झंडा लगेगा, भजन भी यह नहीं चलेंगे। पति घर पर नहीं थे। जब विरोध किया तो इन्होंने सड़क पर पटक दिया। मारपीट की। इन लोगों को सबक सिखाया जाना चाहिए। इनके कारण घर के बाहर भी निकलना मुश्किल हो गया है।
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यहां रहना है तो श्रीराम नहीं, जय भीम बोलना होगा। श्रीराम का नाम भी मत लेना, राम भगवान नहीं है। यहां झंडा मत लगाना, सिर्फ नीला झंडा लगेगा, भजन भी यह नहीं चलेंगे।
- श्रीराम के भजन सुन रही महिला को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने पीटा
- यहां झंडा मत लगाना, सिर्फ नीला झंडा लगेगा, भजन भी यह नहीं चलेंगे
- टीआइ बोले- माहौल बिगाड़ने की कोशिश पर एफआइआर दर्ज की है