छपरा। वर्तमान समय में देश के सबसे चर्चित मुद्दों में एक बिहार के छपरा में जहरीली शराब मामले में मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा जो रहा हैं। अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई गई है। छपरा सदर अस्पताल में बुधवार रात 11 बजे के आसपास इलाज के दौरान और व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कई लोगों के आंखों की रोशनी जाने की खबरें भी सामने आ रही हैं।
इस मामले में गुरुवार की सुबह तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गयी है। प्रशासन ने अभी तक 21 लोगों की मौत की पुष्टी की है। वहीं स्थानीय लोगों का 50 से अधिक लोगों की मौत का दावा किया है। मरने वालों में मृतकों में सबसे ज्यादा मशरक के दस लोग शामिल हैं. बीमार लोगों में से कई के आंखों की रौशनी भी चली गई है। वहीं तीन लोगों के शवों का परिजनों से खुद से अंतिम संस्कार कर दिया है।
ताजा जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने अभी तक 16 शवों का पोस्टमार्टम कराया है। वहीं तीन शवों का मृतकों के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया है। आधा दर्जन से अधिक लोगों का उपचार सदर अस्पताल एवं पटना के पीएमसीएच में चल रहा है। मृतकों के कई परिजन बीमारी से मौत होने की भी बात बता रहे हैं। पुलिस प्रशासन इस घटना पर कुछ भी बताने से इनकार कर रहा है।
पुलिस कप्तान संतोष कुमार ने बताया कि पूरे मामले की अभी पड़ताल की जा रही है। घटना के बाद सोमवार की रात ही सदर अस्पताल में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने कहा कि मामले में फिलहाल पुलिस की जांच चल रही है। इस संदिग्ध मामले में बिना जांच के कुछ भी कहना गलत हो सकता है। घटना के बाद से ही, सुरक्षा की दृष्टि से पूरे इलाके में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है।
मशरक के जद्दू मोड़ के पास की एक बस्ती से जहरीली शराब की सप्लाइ हुई थी। सबसे पहले पांच लोगों ने वहीं पर शराब पी थी, जिनकी मृत्यू हो गयी। कुछ लोगों से पूछताछ करने में ये बात भी सामने आयी है कि दो दिन पहले ही बाहर से शराब की खेप आयी थी और प्रखंड के अलग-अलग इलाकों में यहीं से सप्लाई हुई है।