भिलाई में दर्दनाक हादसा : पटरी के ऊपर बैठकर चला रहे थे मोबाइल, अचानक आई ट्रेन, दो दोस्तों की मौत….।

भिलाई : रेलवे पटरी पर बैठकर मोबाइल चलाना दो बच्चों की मौत का कारण बन गया। दुर्ग- दल्लीराजहरा रेलवे लाइन पर दो बालक पटरी पर बैठकर मोबाइल चला रहे थे। इस बीच, ट्रेन आ गई और इसकी चपेट में आने से दोनों बालकों की मौत हो गई। घटना रिसाली स्थित पार्श्वनाथ जैन मंदिर के पीछे दुर्ग की है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है।पदमनाभपुर पुलिस ने बताया कि,  राजहरा रेलवे ट्रैक पर सरस्वती कुंज वेस्ट रिसाली पूरण कुमार साहू (14) और सड़क 10 आशीष नगर रिसाली वीर सिंह (13) के हैं। पार्श्वनाथ जैन मंदिर के पीछे दुर्ग राजहरा रेलवे लाइन पर बैठकर पूरण और वीर सिंह अपने- अपने मोबाइल फोन को चला रहे थे। इस दौरान दुर्ग से मरोदा होकर दल्ली राजहरा की ओर जा रही यात्री ट्रेन से कटने से दोनों बालक की मौत हो गई ।

एक ही स्कूल में पढ़ते थे :

पुलिस ने बताया कि इस हादसे में सरस्वती कुंज रिसाली निवासी पूरन कुमार साहू (14) और आशीष नगर रिसाली निवासी वीर सिंह (13) की मौत हुई है। दोनों शारदा विद्यालय में कक्षा नवमीं के छात्र थे। शनिवार की शाम को करीब छह बजे वे दोनों एक साथ घर से निकले थे। घटना स्थल उनके घर से थोड़ी ही दूरी पर है। वे दोनों रात करीब आठ बजे दुर्ग-दल्ली राजहरा ट्रेन की चपेट में आए हैं।

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किशोर पटरी पर मोबाइल खेल रहे थे :

प्रारंभिक जांच में तो यही पता चला है कि दोनों किशोर रेल पटरी पर बैठकर एक साथ गेम खेल रहे थे और हादसे का शिकार हो गए। घटना के कारणों की पुष्टि के लिए पुलिस दोनों के मोबाइल की जांच कर रही है। साथ ही दोनों मृतकों के परिवार वालों से भी पूछताछ की जाएगी। मृतक पूरन साहू के पिता सुनील कुमार साहू भी निजी स्कूल में शिक्षक हैं। वहीं वीर सिंह के पिता हरदीप सिंह फाइनेंस संबंधी काम करते हैं।

टुकड़े में मिली शव :

बीती रात 8 बजे आरपीएफ को कॉल आया। दुर्ग दल्लीराजहरा रेलवे पटरी मार्ग पर दो बालक की लाश इधर उधर पड़ा है। मौके पर पहुची पुलिस शव को टुकड़ो में उठाना शुरू किया। पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। दोनों गेम के आदि थे।

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नहीं सुन सके ट्रेन की आवाज :

मोबाइल पर दोनों बालकों के व्यस्त होने से ट्रेन की आवाज उन्हें सुनाई नहीं दी और चपेट में आ गए। शव मिलने के बाद पुलिस ने दोनों बच्चों के परिजनों को घटना की जानकारी दी। शव का पंचनामा करके उसे पीएम के लिए भेजा। दोनों बालक मोबाइल में गेम के शौकीन थे, इस आदत के चलते घर वाले टोका टाकी करते थे। इसके चलते दोनों बालक मोबाइल लेकर घर से निकल जाते थे और चुपके से मोबाइल पर गेम खेलते रहते थे। पुलिस को घटना स्थल के पास से बच्चों की साइकिल भी मिली है।

गेम और मोबाइल जानलेवा :

वीडियो गेम की लत बुरी है। आदत पड़ने के बाद मन स्टेच पार करने की ललक बढ़ती दिखती है। मोबाइल का उपयोग करने आंखों की रोशनी कम होती है। इसके अलावा वीडियो की लत जानलेवा हो सकती है। गेम और मोबाइल से अपने बच्चों को दूर रखें। सफर करते वक्त भी मोबाइल से दूरी बनानी आवश्यक है। मोबाइल चलाने ध्यान हटता है और ऐसे में दुर्घटना हो रही है।