धरसींवा/ कूंरा : सडकों के किनारे कब्जा करना कोई नई बात नहीं है, लेकिन सामने आया मामला चौंकाने वाला है, छत्तीसगढ़ के रायपुर बिलासपुर हाईवे के सिक्स लेन किनारे एनएचएआई की जमीन पर रातों रात सैंकड़ों डंपर औद्योगिक राखड़ डंप कर दी गई है। यहाँ राख गिराने का काम किसकी अनुमति से हुआ है इसका ज़वाब किसी के पास नहीं है। राखड़ उड़कर दुपहिया चालको की आंखों में चुभ रही जिससे दुर्घटना की भी आशंका बनी हुई है। वहीँ इस राख से खेत भी ख़राब होने की आशंका है।
दरअसल रायपुर बिलासपुर हाइवे की सांकरा से सिमगा के सिक्स लेन के किनारे सरकारी जमीन पर रातों रात सैकड़ों डंपर राखड़ डंप कर दी गई है। वर्तमान में भी यह क्रम लगातार जारी है। लेकिन यह किसकी अनुमति से हुआ इसका जवाब किसी के पास नहीं है। बड़ा सवाल यह है की कहीं एनएचएआई की सिक्स लेन किनारे की बेशकीमती जमीन पर कब्ज़ा करने की कोई साजिश तो नहीं हो रही। जिसको लेकर विभाग आँखें बंद कर सोया तो नहीं है।
दुर्घटना की आशंका और फसलों पर मंडराया खतरा:
धरसीवां और चरौदा के बीच सिक्स लेन किनारे सैंकड़ो डंपर राखड़ डंप किए गए है। जिसके कारण सड़क से आवागमन करने वालों को भी काफी परेशानी हो रही है। राखड़ उड़कर दुपहिया चालको की आंखों में चुभ रही है जिससे दुर्घटना की भी आशंका बनी हुई है। यहाँ कोई हादसा न हो जाए इसलिए सिक्स लाइन से राखड़ की बार-बार सफाई भी करानी पड़ रही है। भारी मात्रा में एनएचएआई की जमीन पर राखड़ डंप होने से नालों के माध्यम से खेतों तक जाने वाला पानी भी लाल हो गया है। कैमिकल युक्त पानी जब खेतों में पहुंचेगा तो धान की फसल को भी बर्बाद कर देगा। रातों रात एनएचएआई की जमीन पर फेंकी गई कैमिकल युक्त राखड़ से रायपुर बिलासपुर हाइवे की निर्माण एजेंसी पुंज लॉयड के कर्मचारी भी हलाकान है। राह चलते लोगों की तो हालत ख़राब है।
सिलतरा की नामी फैक्ट्री की है राखड़ :
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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राखड़ सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र की एक नामी फेक्ट्री की है। एक ओर जहां फैक्ट्री की राखड़ ठिकाने लगाने का काम चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर राखड़ डंप कर जमीन का लेबल सिक्स लेन के बराबर लाकर एनएचएआई की बेशकीमती जमीन को हड़पने की साजिश भी की जा रही है। इस संबंध में जब एनएचएआई के अधिकारी आईईएस प्रवीण को कॉल कर पूरी बात बताई गई और उनका इस मामले में पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कॉल कट कर दिया। इसके बाद जब दोबारा उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। जिसको लेकर संदेह भी जागा। अब इस मामले में जिम्मेदार क्या करते है, उसको लेकर इंतजार करना होगा।