सीतापुर : रेत के अवैध उत्खनन से माफिया सरकार को तो राजस्व का चुना लगा ही रहे है, साथ में प्रकृति को भी बड़ा नुकसान पहुंचा रहे, जरूरत से ज्यादा रेत का उत्खनन करके नदियों में गहरे गड्ढे तक बना रहे है। मामला सामने आया है कि छत्तीसगढ़ के सीतापुर में प्रशासन की आँखों में धूल झोंककर अवैध रूप से किये जा रहे रेत के कारोबार पर प्रशासन ने कार्यवाही की है। एसडीएम के नेतृत्व में प्रशासन ने रेत के अवैध भंडारण पर दबिश देते हुए काफी मात्रा में रेत को जब्त किया है, जब्त रेत लगभग 120 घन मीटर बताई गई है। प्रशासन की इस कार्यवाही से रेत का अवैध कारोबार करने वालों में हड़कंप मच गया है।
मामले में सामने आया है कि शासन – प्रशासन के बिना अनुमति के क्षेत्र में रेत का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था। रेत कारोबारी ग्राम भिठुवा और केशला के मांड नदी से ट्रैक्टरों के जरिये पहले रेत का भंडारण कराते थे। जिसे रात के अंदर में हाइवा के जरिये चोरी छिपे ऊंचे दामों पर बाहर खपाते थे। रेत का यह अवैध कारोबार विगत काफी दिनों से जारी था। रेत के इस अवैध कारोबार की भनक जब प्रशासन को लगी। तब एसडीएम रवि राही के नेतृत्व में प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंचे। जहां रेत कारोबारियों ने काफी मात्रा में रेत का अवैध भंडारण कर रखा था, जिसको लेकर बड़ी कार्यवाही की गई।
महामृत्युंजय मन्त्र, इसकी उत्पत्ति की कथा और महत्व के साथ , पूर्ण सुनना आवश्यक है: https://www.youtube.com/watch?v=L0RW9wbV1fA
मामले में सामने आया है कि नगर की सीमा से सटे ग्राम सोनतराई में भारी मात्रा में रेत का अवैध भंडारण देख अधिकारी भौचक्के रह गए। अधिकारियों ने मौके पर अवैध रूप से भंडारण किया गया और 120 घन मीटर रेत जब्त कर लिया गया है। एसडीएम के नेतृत्व में प्रशासन द्वारा की गई इस कार्यवाही से रेत के अवैध कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। इस कार्यवाही के दौरान एसडीएम रवि राही के अलावा नायब तहसीलदार तुषार माणिक पटवारी श्यामनारायण सिंह मौजूद थे, जिनके समक्ष यह कार्यवाही की गई।