इंदौर (म.प्र.) : 5000 से ज्यादा महिलाओं को बुलाकर तलवारबाजी का भव्य आयोजन किया गया था, जिसके बाद शनिवार को तलवारबाजी का विश्व रिकॉर्ड बना। नेहरू स्टेडियम में 5 हजार से अधिक महिलाओं ने एक साथ तलवारबाजी कर न सिर्फ इंदौर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया, बल्कि अपने साहस और पराक्रम का परिचय भी दिया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस दौरान मंच पर दोनों हाथों से तलवारबाजी का प्रदर्शन भी किया। इस आयोजन से महिलाओं में आत्मरक्षा के लिए साहस भी बढ़ेगा।
50 वर्ष तक की महिलाओं ने किया प्रदर्शन :
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नेहरू स्टेडियम में तलवारबाजी के इस कार्यक्रम में 12 साल की बालिकाओं से लेकर 50 वर्ष तक की महिलाओं ने हिस्सा लिया। मुस्कान भारती ने बताया कि महिला अत्याचार के नियंत्रण और उन्हें समक्ष बनाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। ऐसे आयोजनों से महिलाओं को आत्मरक्षा में बड़ी सहायता मिलेगी और उनमें आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।इंदौर में पिछले दो माह से 35 स्थानों पर महिलाएं तलवारबाजी का प्रशिक्षण ले रही थीं। शनिवार को इन्होंने न केवल अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया, बल्कि साबित किया कि वह पुरुषों से कम नहीं हैं, इस प्रशिक्षण के बाद ही यह आयोजन किया गया था।
तलवारबाजी के दौरान युवती घायल :
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नेहरू स्टेडियम में तलवारबाजी का वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा। इस दौरान एक युवती घायल हो गई। वहां मौजूद टीम ने उसे चिकित्सा सहायता दी है। वहीँ मुख्यमंत्री ने इस दौरान 1.29 करोड़ लाडली बहनों के खाते में 1573 करोड़ की राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर भी की। कहा, महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। लाड़ली बहना योजना इसका एक उदाहरण है। वहीँ रसोई गैस सिलेंडर रीफिल के लिए भी 26 लाख बहनों को 55 करोड़ और 55 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों को 333 करोड़ की राशि ट्रांसफर की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बताया कि शासकीय सेवा में महिला आरक्षण 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 35 प्रतिशत किया गया है। महिला सशक्तिकरण के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।