लखनऊ (उ.प्र.) : महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी के मर्डर केस में सवाल उठ रहा है कि बाबा सिद्दीकी को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। ऐसे में शूटर्स ने इस हत्याकांड को कैसे अंजाम दिया? आखिर उन्हें इनके मर्डर के लिए किसने और कितने रुपये की सुपारी दी थी और बाबा सिद्दीकी पर हमले का प्लान आखिर कहां बना था? ये कई सवाल लगातार उठ रहे है। 66 साल के बाबा सिद्दीकी की शनिवार तीन शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, वह बांद्रा ईस्ट के खेर नगर में अपने विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर निकले ही थे कि तभी वहां घात लगाए बैठे तीन हमलावरों ने उन पर गोलियों की बौछार कर दी। घटना के बाद बाबा सिद्दीकी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वहीँ NCP (अजित पवार) गुट के कद्दावर नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की मुंबई में सरेआम हत्या ने पुलिस-प्रशासन के साथ ही आमलोगों को भी हिलाकर रख दिया और उसके बाद इस हाई-प्रोफाइल मर्डर की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। इसके बाद से तरह तरह के सवाल उठने लगे हैं। इन सबके बीच लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर और हत्याकांड को अंजाम देने वाले प्रमुख संदिग्ध शिव कुमार को अब गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस पूछताछ में शिव कुमार ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। लॉरेंस बिश्नोई गैंग में शामिल होने की बात कबूल करते हुए शिव कुमार ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बदले उसने 10 लाख रुपये देने का वादा किया गया था। साथ ही हर महीने कुछ न कुछ रकम देने की बात भी कही गई थी। उसने बताया कि वह नेपाल भागने की फिराक में था। इससे पहले वह अपने मंसूबों को अंजाम दे पाता पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य शूटर शिव कुमार ने यूपी पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। शिव कुमार ने बताया कि वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है। शिव कुमार ने खुलासा किया की विदेश में बैठे अनमोल बिश्नोई के इशारे पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। शिव कुमार ने पूछताछ में आगे बताया कि अनमोल बिश्नोई से उसकी बात शुभम लोनकर ने करवाई थी। गिरफ्तार संदिग्ध शिव कुमार का कहना है कि वह और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले हैं। वह पुणे में स्क्रैप का काम करता था। शिव कुमार ने बताया कि उसका और शुभम लोनकर की स्क्रैप की दुकान अगल-बगल थी। शुभम लोनकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है। शिव का दावा है कि शुभम ने ही उसकी बात स्नैपचैट के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से कई बार कराई थी। इस मामले को लेकर पुलिस ने जांच की बात कही है।
हत्या के बाद क्या मिलता, कई दिन से रेकी करते रहे :
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शिव कुमार ने इस मामले में आगे बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की एवज में उसे 10 लाख रुपया देने का वादा किया गया था। इसके अलावा हर महीने कुछ न कुछ मिलते रहने की बात भी कही गई थी। हत्या के लिए हथियार, कारतूस, सिम कार्ड और मोबाईल फोन शुभम लोनकर और यासीन अख्तर ने मुहैया कराया था। गिरफ्तार आरोपी शिव कुमार ने पूछताछ में यह भी कहा है कि हत्या के बाद आपस में बात करने के लिए तीनों को नया सिम कार्ड और मोबाईल फोन दिए गए थे। पिछले कई दिनों से वे लोग मुंबई में बाबा सिद्दीकी की रेकी कर रहे थे और दिनांक 12 अक्टूबर 2024 को सही समय मिलने पर बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी थी। उस दिन त्त्यौहार होने के कारण पुलिस और भीड़भाड़ भी थी, जिसके कारण दो लोग मौके से पकड़ लिए गए थे और शिव कुमार फरार हो गया था। अब उत्तर प्रदेश एसटीएफ और मुंबई पुलिस ने रविवार को राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में कथित मुख्य शूटर शिवकुमार और चार अन्य को बहराइच से गिरफ्तार कर लिया है।