यूपी में पकड़ाया बांग्लादेशी नागरिक करता था ऐसा काम….।

गोंडा (उ.प्र.) : आखिर अपना देश और रिश्ते नाते छोड़कर दूसरे देश में शरण पाने वाले लोग पाना जीवन यापन कैसे करते होंगे, ऐसे सवाल आपके मन में भी उठते होंगे, लेकिन इसका क्या जवाब दें, थोड़ा मुश्किल है, लेकिन यह खबर आपको कुछ हद तक शायद इस बात का जवाब दे दे। मुंबई और कोलकाता के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी एक बांग्लादेशी नागरिक पकड़ा गया है। यूपी के गोंडा जिले में पुलिस ने रविवार को चोरी के आरोप में बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि कोतवाली नगर क्षेत्र स्थित आवास विकास कॉलोनी में रहने वाले गुरु प्रसाद तिवारी ने 25 नवंबर को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने कहा कि अज्ञात चोर उनके घर में घुसकर सोने-चांदी के आभूषण और नकदी चोरी कर ले गए थे। कई बार अवैध बंगलादेशी नागरिकों ने भारत में कुछ रूपये देकर अपने फर्जी दस्तावेज भी तैयार करवा लिये है और सरकारी योजनाओं का लाभ भी ले रहे है।

इधर इस मामले में जांच के दौरान पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले और इसके आधार पर बांग्लादेशी नागरिक दलीम को रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है। दलीम बांग्लादेश के चपैनवाबगंज जिले का निवासी है। उसके पास से पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के पते पर बना एक फर्जी आधार कार्ड और चोरी का सामान बेचकर प्राप्त 20,000 रुपये बरामद किए गए है। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह 6 नवंबर को अवैध रूप से बांग्लादेश से भारत में प्रवेश कर गया था। पहले वह हावड़ा रेलवे स्टेशन पर पांच दिन रहा और फिर कानपुर में काम की तलाश करने आया। काम नहीं मिलने पर वह 25 नवंबर को गोंडा पहुंचा। यहाँ उसने इस घटना को अंजाम दिया।

आभूषण चोरी कर नेपाल में बेचा :

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आगे की पूछताछ में उसने बताया कि गोंडा रेलवे स्टेशन से उतरकर वह आवास विकास कॉलोनी स्थित प्रेरणा पार्क के पास पहुंचा यहाँ एक बंद घर में ताला लगा देखकर उसने घर का ताला तोड़कर उसमें रखे आभूषण चोरी किए और फिर उन्हें नेपाल में बेच दिया। इसके बाद वह गोंडा वापस लौट आया और फिर से चोरी की योजना बना रहा था। पुलिस ने दलीम के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। लेकिन इस प्रकार के कांड देश के आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े कर रहे है। बीते दिनों कोलकाता पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया था, जो फर्जी पहचान के सहारे दो साल से अधिक समय से भारत में रह रहा था। इससे पहले मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर नियमित सुरक्षा जांच के दौरान एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया, जो पिछले 26 वर्षों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में रह रहा था। ऐसे ही लगभग 1 करोड़ 40 लाख अवैध घुसपैठिये जो बांग्लादेश से है भारत में रह रहे है।