पापा की परीं ने अपने पिता को ही लगा दिया लाखों का चूना, सामने चौंकाने वाला मामला।

दुर्ग/भिलाई : आमतौर पर माता-पिता हो या समाज हमेशा बेटों को ही दोषी ठहराता लेकिन वो ये भूल जाता है, कि जो आज पिता है वो कल खुद भी बेटा था, साथ बेटियों को लेकर हमेशा समाज और परिवार वालों की सोच सकारात्मक रही है। पर आज बेटियां भी कम नहीं है, एक कलयुगी बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर लाखों रुपए का ठगी का कांड अपने पिता से ही कर दिया है। पिता की शिकायत पर उसकी बेटी और प्रेमी के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत जुर्म दर्ज किया गया है। नेवई पुलिस ने बताया कि मकान प्लाट नंबर 416/36 रिसाली निवासी रेलवे कर्मी नरेन्द्र ध्रुव ने शिकायत किया है कि शौर्यजीत साहू और खुशबू ध्रुव ने मिलकर साला रमाकांत, पत्नी पत्नी गुंडरदेही सरकारी स्कूल में व्याख्याता बिमला ध्रुव के दस्तावेज का गलत उपयोग कर विभिन्न बैंक, प्राइवेट कंपनी से लोन लेकर परिवार प्राइवेट कंपनी से लोन लेकर परिवार को 54 लाख 22 हजार 880 रुपए का ठगी किया है। इतनी बड़ी रकम को लेकर परिजन सकते में आ गये है, साथ ही बेटी के इस कृत्य से शर्मिंदा भी है।

इस मामले में खुलासा हुआ है कि शौर्यजीत साहू और खुशबू ध्रुव ने अपने मोबाईल नंबर के द्वारा दस्तावेजों का दुरपयोग किया है। बैंक व प्राइवेट कंपनी से मिलने लोन को शौर्यजीत ने उक्त रकम को अपने पिता आशीष नगर रिसाली निवासी योगेश साहू, मां गोमती साहू के बैंक खाते में ठगी कर 41 लाख 98 हजार 827 रुपए को भेजा है। नरेन्द्र और बिमला का वेतन रिसाली एसबीआई बैंक खाते में प्रतिमाह आया करता था। बड़ी बेटी खुशबू ध्रुव की जान पहचान मोहल्ले के शौर्यजीत साहू से पहचान होने के कारण उसका घर आना जाना लगा रहता था। अप्रैल 2022 से खुशबु, शौर्यजीत अपनी सीए की पढ़ाई के लिए पुणे चले गए। जहां दोनों पढ़ाई कर रहे थे, दोनों का आपस में प्रेम प्रसंग बताया गया है। जुलाई 2023 में खुशबू ने पत्नी बिमला को फोन कर बताया कि पुणे की पढ़ाई छोड़कर रिनाईनेंस कॉलेज इंदौर में बीकॉम ऑनर्स विथ लॉ के एडमिशन के लिए इंदौर में होने की जानकारी दी। इस दौरान खुशबु ने अपने पिता नरेन्द्र धुव, माता बिमला ध्रुव के सारे दस्तावेज अपने मोबाईल पर मंगा लिया था। जिसका दुरपयोग कर विभिन्न बैंको से पर्सनल लोन लेकर ठगी किया है। इस खुलासे ने परिजनों को बड़ी मुसीबत में डाल दिया है।

बेटी खुशबू और शौर्यजीत ने ऐसे दिया झांसा :

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पुलिस ने इस मामले में बताया कि,  खुशबू ने मां बिमला का 3 माह का सैलरी स्लीप, आधार कार्ड, पेनकार्ड और पिता नरेन्द्र का रेलवे का आईडी कार्ड को अपने मोबाईल से मंगवाया था। उसके बाद खुशबू और शौर्यजीत दोनों भिलाई घर आते थे। तब शौर्यजीत के द्वारा बिमला के मोबाईल से बैंक स्टेटमेंट का डाटा को अपने मोबाईल का उपयोग कर भेजता था। पूछने पर कॉलेज में आवश्यकता होना का बहाना बताया करता था। कुछ माह बाद विभिन्न कंपनियों का मैसेज और ऋण चुकाने के लिए वसूली एजेंट आने लगे। तब बिमला बैंक खाते से बीमा प्रीमियम किश्त कटने पर शौर्यजीत से पूछताछ किया। तब उसने बीमा कराने की बात कही और ट्रेडिंग के काम का मैसेज आने का झांसा दिया, जिसके बाद धीरे-धीरे संदेह गहराने लगा। संदेह होने पर नरेन्द्र ने अपने छोटे भाई चंद्रप्रकाश ध्रुव को बताने पर मोबाईल में आए मैसेज को जांच कराया गया। तब पता चला कि बेटी खुशबू और शौर्यजीत ने मिलकर बिमला का ऑनलाईन आधार कार्ड, पेनकार्ड, बैंक स्टेटमेंट, सैलरी स्लीप का दुरुपयोग किया है। मामले के खुलासे के बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।