रायपुर : शहर की साफ सफाई की व्यवस्था , विकास कार्यों के ठप पड़े होने का आरोप लगाते हुए यह विरोध प्रदर्शन 29 दिसंबर को किया गया। भाजपा के नेताओं ने बताया कि नगर निगम में कई मामलों में अनियमितता, भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी की जा रही है । जिसकी वजह से आम जनता परेशान है। इसीलिए 70 वार्ड में में मौजूद परेशानियों का मुद्दा उठाते हुए यह विरोध प्रदर्शन किया।
इस विरोध प्रदर्शन में गुरुवार को शहर के भाजपा नेताओं ने नगर निगम पहुंचकर हंगामा कर दिया। नगर निगम कमिश्नर और महापौर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भाजपा नेता बिल्डिंग पर जा चढ़े। जिसमें DSP से मारपीट की घटनाओं की भी जानकारी मिली है। आरोप है कि भाजपा नेताओं ने पुलिस कर्मियों को पीटा, महिला पुलिस से अभद्र व्यवहार किया, कंधे पर लगे स्टार खींचे। निगम मुख्यालय कैम्पस में तोड़-फोड़ की और सरकारी संपत्ति का नुकसान किया। एक पुलिसकर्मी और दूसरी निगम के ही जोन 4 के कमिश्नर की शिकायत पर दो FIR दर्ज की गई है।
भाजपा के नेता निगम ऑफिस की बालकनी पर चढ़ने के चक्कर में गेट में लगे लोहे की ग्रिल पर चढ़े। पुलिस के द्वारा मना किये जाने पर मारपीट की और गालियां देने लगे। दावा किया गया है पुलिस कॉन्स्टेबल रवि पोडियाम से भी मारपीट की गई उसके कान के पास चोट लगी है। महिला आरक्षक मंजू मिंज की आंख मे गीली मिट्टी का गोला बनाकर मारा गया है।
इधर भाजपा नेताओं ने कहा हम FIR से डरने वाले नहीं :
निगम मुख्यालय के घेराव के दौरान जिला भाजपाइयों ने कहा कि, पुलिस कर्मियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं नेताओं के साथ धक्का-मुक्की की है। हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी चोट आई है। हमारी शिकायतों पर FIR दर्ज नहीं की जाती। इस तरह की FIR से हम डरने वाले नहीं है। हम जनता के हित के मुद्दों को उठाते रहेंगे। प्रदर्शन के दौरान हो सकता है कि किसी के साथ कोई घटना हुई हो मगर शासकीय कार्य में बाधा और तोड़-फोड़ का बहाना बताकर केस किया जा रहा है ये ठीक नहीं है। लगभग 60 भाजपा नेताओं पर हुई है FIR, निगम घेराव में भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत जैसे काफी नेता शामिल हुये थे।
झुग्गी बस्ती प्रकोष्ठ के सचिन मेघानी ने कहा आम आदमी की आवाज को दबाया जा रहा है :
सचिन मेघानी भाजपा के युवा नेता है , और समाज सेवा में अपनी सक्रीय भूमिका निभाते है, उनका कहना है की इस उपद्रव के बहाने आन्दोलन को दबाया जा रहा है, जबकि मै हमेशा आम लोगों की सहायता के लिये तत्पर रहता हूँ, यह भाजपा नेताओं पर दबाव बनाने की नीति है, इतिहास गवाह है की जब भी कोई नेता आम आदमी के हित के लिये आगे बढ़ता है तो उसकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है।