भानुप्रतापपुर : छत्तीसगढ़ के कांकेर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहाँ दीनानाथ बोदेलकर नामक युवक पर एक समय पर दो सरकारी दफ्तरों में नौकरी करने का गंभीर आरोप लगा है, जो काफी चौंकाने वाला मामला है। बताया जा रहा है कि वह दुर्गूकोंदल सीएचसी में डेटा एंट्री ऑपरेटर है, साथ ही आसुलखार और केवटी लैम्प्स का प्रबंधक भी है। दोनों से ही दफ्तरों से उसे बकायदा वेतन भी लगातार मिल रहा है।
दरअसल, दो सरकारी दफ्तरों में दीनानाथ का एक साथ नौकरी का सिलसिला पिछले 1 साल से जारी है, हालांकि इस बात की भनक दोनों विभागों को नहीं लग पाई है। जानकारी के अनुसार दीनानाथ दुर्गुकोंदल सीएचसी में 8 साल से पदस्थ है। इसके साथ ही वह आसुलखार लैम्प्स का प्रभारी भी है। इतना ही नहीं उसके बाद केवटी लैम्प्स का भी प्रभार है। वहीँ दोनों जगह से वेतन उठाने का मामला जाँच का विषय है।
वहीँ इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि वह सुबह सीएचसी दुर्गुकोंदल में काम पर पहुंचता है और फिर दोपहर बाद गायब हो जाता है। उसे यहां से प्रतिमाह 18 हजार वेतन मिल रहा है।अपनी ड्यूटी को नियमित समय नहीं देने पर आसुलखार ग्रामीणों के मुताबिक वह उनके साथ धोखा दे रहा है। यह पूरा मामला किसानों के प्रदर्शन के बाद प्रकाश में आया है, जिसके बाद इस मामले की पोल खुली है।
वहीँ कलेक्टर नीलेश महादेव क्षीरसागर ने मामले को लेकर कहा कि एक कर्मचारी के दो जगह नौकरी करने की जानकारी मिली है। अब इसकी जांच कराकर कार्यवाही की जायेगी। प्रबंधन का काम 4 महीने का ही होता है, लेकिन एक समय पर दो जगह पर कार्य करना कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है। इस मामले में जांच के बाद आरोपी के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जायेगी। वहीँ राजधानी रायपुर में भी तबादलों के नाम पर एक ही पद पर दो – दो लोगों के वेतन लेने का मामला भी सामने आ चुका है।



