नई दिल्ली : वैश्विक स्तर पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को साजिश का हिस्सा बताया गया था, जिसके बाद अदानी गूप को बड़ा नुकसान हुआ था, अब जानकारी सामने आई है कि अमेरिकी इन्वेस्टमेंट रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने की खबर से गुरुवार को अडानी ग्रुप के शेयर उछल गए है। अडानी ग्रुप की कई कंपनियों के शेयरों में आज बड़ी तेजी देखने को मिली है। हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन ने कहा है कि उन्होंने अपनी कंपनी को बंद करने का फैसला लिया है। एंडरसन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह ऐलान किया है। हिंडनबर्ग ने जनवरी 2023 में अडानी ग्रुप पर एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कंपनियों पर कई आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद अडानी ग्रूप में इन्वेस्ट करने वाले निवेशकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। इन आरोपों के बाद अडानी की कंपनियों के शेयर 80% तक गिर गए थे। सेबी ने इन आरोपों की जांच की तो कुछ सामने नहीं आया। इससे अडानी ग्रुप के शेयर फिर से ऊपर चले गए थे। अब हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने की खबर से निवेशक अडानी के शेयरों की जमकर खरीदारी कर रहे हैं।
9% तक उछल गए शेयर :
शुरुआती कारोबार में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर अडानी पावर का शेयर 9.21 फीसदी चढ़ गया। अडानी ग्रीन में 8.86 फीसदी की तेजी दिखी। अडानी एंटरप्राइजेज में 7.72 फीसदी का उछाल देखने को मिला। अडानी टोटल 7.10 फीसदी उछल गया। अडानी एनर्जी सोल्यूशंस में 6.63 फीसदी की तेजी दिखी। वहीं, एनडीटीवी का शेयर 7 फीसदी उछल गया। इसके अलावा, शुरुआती कारोबार में अडानी पोर्ट्स में 5.48 फीसदी, अंबुजा सीमेंट में 4.55 फीसदी, एसीसी में 4.14 फीसदी, सांघी इंडस्ट्रीज में 3.74 फीसदी और अडानी विल्मर में 0.54 फीसदी की तेजी दिखाई दी। अब अडानी ग्रूप के वापस बुलंदियों पर पहुँचने की उम्मीद है। हालाँकि अडानी एनर्जी सोल्यूशन को छोड़कर सभी शेयर वापस अपने स्तर पर आ चुके थे।
फाउंडर ने लिया कंपनी बंद करने का फैसला :
राम से बड़ा है राम का नाम , रोज सुने यह धुन , लिंक पर करें क्लिक : https://www.youtube.com/watch?v=TIkGGHYTb_Y
हिंडनबर्ग के फाउंडर ने लिखा है, ‘हमारी योजना थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उन्हें पूरा करने के बाद कंपनी को बंद कर दिया जाए और वह दिन आज आ गया है। हमने कुछ साम्राज्यों को हिला दिया है, जिन्हें हमें लगा कि हिलाने की जरूरत है।’ एंडरसन ने अपनी पोस्ट में कंपनी के सफर और संघर्षों के बारे में बताया है। इस रिसर्च फर्म को तीन मुकद्दमों और वित्तीय चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा है। अडानी ग्रुप के अलावा हिंडनबर्ग ने डोरसी के ब्लॉक इंक और इकान के इकान एंटरप्राइजेज जैसी फर्म्स पर भी रिपोर्ट पब्लिश की थी। भारतीय एक्टिविस्ट इसे अडानी और भारत के विरुद्ध सोची समझी एक साजिश बता रहे है, जिसका नुकसान भारत और अडानी को बड़े स्तर पर उठाना पड़ा है। हालाँकि अब तक भरपाईलगभग हो चुकी है।
खास ख़बरों के लिये सब्सक्राईब करें हमारा यूट्यूब चैनल : https://www.youtube.com/@MachisMediaNews/