छ.ग. में बर्ड फ्लू की धमक, चिकन सेंटर बंद करवाये गये, प्रशासन मुस्तैद, सावधानी बरतने कि की गई अपील।

रायपुर : बर्ड फ़्लू, पक्षियों को होने वाला एक वायरल संक्रमण बीमारी है, इसे एवियन इन्फ़्लूएंज़ा के नाम से भी जाना जाता है, यह एक तरह का बुखार है, जो इन्फ़्लूएंज़ा वायरस के कारण होता है। बर्ड फ़्लू, ज़्यादातर जंगली पक्षियों में होता है, लेकिन यह घरेलू मुर्गियों और दूसरे पक्षियों में भी फैल सकता है। बर्ड फ़्लू के कुछ मामले इंसानों में भी पाए गए हैं। वहीँ छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के चक्रधर नगर पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू H5N1 की पुष्टि हुई है। सीएम विष्णुदेव साय ने राज्य में बर्ड फ्लू के प्रकरण की पुष्टि होने पर इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य भर में बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए विस्तृत दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। राज्य में बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए रेपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। राज्य एवं जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष का गठन करते हुए सभी कलेक्टरों और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को एहतियाती कदम उठाने, सतर्कता बरतने और बायोसेक्युरिटी निर्देशों का पालन के निर्देश भी दिए गए हैं। 

उल्लेखनीय है कि, प्रदेश के रायगढ़ जिले स्थित शासकीय कुक्कट पालन प्रक्षेत्र में बर्ड फ्लू (एवियन एनफ्लूएंजा) के मामले की पुष्टि हुई है। 30 जनवरी 2025 को कुक्कट पालन प्रक्षेत्र में बड़ी संख्या में पक्षियों की अकस्मिक मृत्यु की सूचना के बाद, पशु चिकित्सकों की एक टीम गठित की गई थी। जांच के बाद राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल ने 31 जनवरी 2025 को बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि की है। अब इस मामले में राज्य सरकार ने गंभीरता दिखाई है। 

रायगढ़ जिले के चक्रधर नगर पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू H5N1 की पुष्टि होने के बाद तुरंत कार्यवाही करते हुए 5000 मुर्गियों,12000 चूजों और 17000 अंडों को नष्ट कर दिया गया है। इसके बाद पशुपालन विभाग, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया है। यहाँ एक किलोमीटर के क्षेत्र को ‘इंफेक्टेड जोन’ और 10 किलोमीटर के क्षेत्र को ‘सर्विलांस जोन’ घोषित किया। जहाँ मुर्गी और अंडे की बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया गया है। टीम डोर-टू-डोर सर्वे शुरू कर रही है और चिकन सेंटर को बंद करवाया जा रहा है। प्रशासन लगातार एहतियातन कदम उठा रहा है।

पक्षी के शव का भेजा था सैंपल :

इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार, पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की ज्यादा मौत हो रही थी। इसके जांच के लिए फार्म के प्रभारी डॉ डीआर प्रधान ने पक्षी के शव का सैंपल भेजा गया था। जिसकी जांच के बाद राष्ट्रीय उच्च शिक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल की ओर से रायगढ़ से भेजे गए नमूना में बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि की गई है। 

देर रात पाल्ट्री फार्म में मुर्गियों, चूजों और अंडों को किया दफन :

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इसके बाद कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने रात 11 बजे आपातकालीन बैठक बुलाई और डेढ़ घंटों के भीतर एसपी, सीईओ, नगर निगम आयुक्त समेत पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। बैठक में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पोल्ट्री फार्म की सारी मुर्गियों, चूजों, अंडों और कुक्कट आहार को तुरंत नष्ट करने का फैसला लिया गया। फिर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और देर रात मुर्गियों- चूजों को मारकर जमीन में दफनाया गया। इसी तरह अंडों को भी नष्ट किया गया और परिसर को भी संक्रमण मुक्त करने के लिए डिसइन्फेक्शन किया गया है। वहीँ एहतियात के तौर सभी को सावधानी बरतने की अपील की गई है।

10 किमी तक का क्षेत्र संक्रमित जोन :

भारत सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार बर्ड फ्लू की स्थिति में 10 किमी इन्फेक्टेड जोन में कुक्कुट, अंडे औक कुक्कट आहार से संबंधित आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित होगी। इसके अलावा सर्विलांस जोन में पोल्ट्री फार्म और चिकन सेंटर को पूरी तरह बंद रखा जाएगा। जब इसका स्थायी निराकरण सामने नहीं आता है।