रायपुर : इस बार ठण्ड काफी पड़ी, जहाँ ठंड का मौसम सिकुड़ते हुये 15 दिसम्बर से 15 जनवरी तक आता था, वहीँ इस बार 10 जनवरी से 20 जनवरी तक ही कड़कती ठण्ड पड़ी है। वहीँ पतझड़ का मौसम भी इस बार जल्दी आ गया है। सूर्यदेव फरवरी के पहले सप्ताह में ही मार्च-अप्रैल जैसे तेवर दिखाने लगा है। चुभती धूप से बचने के लिए लोग छाया की तलाश करते रहे। सूर्य की तेज सबसे अधिक सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक रहती है। इससे लगातार वातावरण गर्म हो रहा है। लोगों का कहना है कि इस बार ठंड तो वैसे भी नहीं पड़ी है, जैसा की पड़नी चाहिए। रूक-रूक पड़ रही ठंड से मौसम सुहावना रहा। ठंड की शुरूआत अक्टूबर में हुई। यह ठंड जनवरी के दूसरे पखवाड़े के बाद गायब हो गई। तापमान में दिन-ब-दिन वृद्धि दर्ज की जा रही है। फरवरी माह शुरू होते ही सूर्य की तेज किरणों की वजह से लोगाें को गर्मी का अहसास होने लगा है। मानों जैसे मार्च और अप्रैल में तेज धूप पड़ती है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के तापमान में वृद्धि अनुमान लगाया है। इससे गर्मी और बढ़ेगी। इस बार गर्मी लोगों को खूब परेशान करेगी। इस बार गर्मी का ग्राफ काफी ज्यादा होने की उम्मीद है।
गर्मी के लिये मौसम विभाग का पूर्वानुमान :
मौसम विभाग की माने तो अभी से सूर्योदय के साथ ही तापमान तेज हो रही है। 24 घंटे में से दिन का लगभग पांच से छह घंटे का तापमान 30 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया है। इसकी वजह से मौसम विभाग ने सुबह लगभग 10.30 बजे अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री दर्ज किया गया है। हालांकि रात में अब भी हल्की ठंडकता बरकरार है। इस कारण न्यनूतम तापमान में तेजी से बढ़ोतरी नहीं हो रही है। न्यनूतम पारा 17.8 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने आने वाले दो से तीन दिनों के भीतर अधिकतम तापमान में इजाफा होने की उम्मीद जताई है। सुबह हल्की ठण्ड बरकरार है और दिनभर चुभती गर्मी।
तापमान में 16.8 डिग्री का अंतर :
मौसम विभाग के दर्ज किये गये पारा के अनुसार अधिकतम और न्यनूतम तापमान में लगभग 16.8 डिग्री का अंतर दर्ज किया गया है। दिन में मौसम गर्म हो रहा है, तो वहीं रात में हल्की ठंड जारी है। ठंड और गर्म का असर लोगाें के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इससे लोगों को सर्दी, खांसी और जुकाम हो रही है। मौसम में बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इससे लोग परेशान हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। वहीँ सर्दी जुकाम और सरदर्द का असर लोगों पर होने लगा है।
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