आबाद ने सोशल मीडिया पर संभल के सीओ के खिलाफ टिप्पणी की, हुआ बर्बाद? देखें विडियो, सामने आई ये जानकारी….।

संभल (उ.प्र.) : देशभर में संभल जिला इस समय सुर्ख़ियों में बना हुआ है, मामला है संभल के सीओ के खिलाफ पोस्ट डालना आबाद नाम के युवक को भारी पड़ गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एक्शन लिया है और उसे  गिरफ्तार कर लिया है।आखिर आबाद का अपराध क्या था और उसने क्या पोस्ट डाला था जिसकी वजह से उसे हवालात की हवा खानी पड़ गई। दरअसल आबाद ने एक पोस्ट की थी,. जिसमें उसने अनुज चौधरी का फोटो लगाया हुआ था और लिखा था कि बकरीद साल में एक बार होती है। जिसे लगता है कि मांस और खून देखने से धर्म भ्रष्ट होता है, वो अपने घरों से बाहर न निकलें। इस पोस्ट में उसने लिखा था, ‘अरेस्ट अनुज चौधरी’, जिसकी वजह से आबाद की मंगलवार को गिरफ्तारी हुई है। वहीँ इस मामले में अब आब्द को जेल भेज दिया गया है।

संभल के सीओ के खिलाफ क्यों किया पोस्ट :

संभल के सीओ अनुज चौधरी ने पिछले ही दिनों बयान दिया था कि जुम्मा साल में 52 बार आता है, जबकि होली साल में एक बार आती है। इस दौरान उन्होंने लोगों से घरों में रहने की अपील की थी और कहा था कि जिन लोगों के बर्दाश्त करने की क्षमता है वहीं बाहर निकले। इसके साथ ही उन्होंने जुम्मा की नमाज बदलने की भी बात भी कही थी। जिसका आमतौर पर मुस्लिम समाज ने विरोध नहीं किया था। फिर भी कुछ लोगों को ये नागवार गुजरा। इसी मामले में मंगलवार को शाहपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले आबाद ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर तथाकथित आपत्तिजनक पोस्ट डाला था। इस पोस्ट के बैकग्राउंड में एक म्यूजिक भी था। इस पोस्ट पर लोगों ने आपत्ति का इजहार किया था और शिकायत भी दर्ज कराई थी।

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अब आबाद का जेल से एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह माफी मांगता दिख रहा है। वह कहता है कि मैं कस्बा शाहपुर का रहने वाला हूं। मैंने जो सीओ साहब पर टिप्पणी की है, उसके लिए मैं क्षमा चाहता हूं। यह गलती मुझसे दोबारा नहीं होगी। मैं पुलिस का सम्मान करता हूं। आगे से ये टिप्पणी कभी नहीं होगी और आगे से मैं लोगों को समझाऊंगा कि ऐसी टिप्पणी न करें। वहीँ कई बार सवाल उठता है कि इससे भी गंभीर टिप्पणियाँ आम लोगों पर होती है, ऐसे में पुलिस कार्यवाही क्यूँ नहीं करती? धमकी चमकी के मामलों में भी पुलिस सिर्फ आरोपी से पूछताछ करके छोड़ देती है, ऐसे में आबाद के अपराध को लेकर सवाल उठता है?