देवी चित्रलेखा ने मुख्यमंत्री साय से की सौजन्य मुलाकात, संत लालदास के गद्दीनशीन होने के 25 वें वर्ष के कार्यक्रम में लिया था भाग।

रायपुर : प्रसिद्द कथावाचक देवी चित्रलेखा चकरभाटा के संत लाल दास जी के 25 वें गद्दीनशीन होने के अवसर पर कथा करने के लिये बिलासपुर के चकर भाटा स्थित सिन्धु अमरधाम आश्रम झूलेलाल मंदिर पहुंची थी, उनका यहाँ त्रिदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन था। उक्त कार्यक्रम से वापस लौटते समय मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय से उनके निवास कार्यालय में सुविख्यात कथावाचक देवी चित्रलेखा ने सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने उन्हें शॉल एवं श्रीफल भेंटकर आत्मीय सम्मान प्रदान किया है।

प्रेरक कथाओं और भक्ति प्रवचनों के लिए विख्यात देवी चित्रलेखा ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में हो रहे विकास कार्यों की सराहना की और जनकल्याण के लिए अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित कीं। मुख्यमंत्री साय ने देवी चित्रलेखा के आध्यात्मिक एवं सामाजिक योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके विचार और प्रवचन समाज को जागरूक करने के साथ नैतिक मूल्यों को भी सशक्त करते हैं। मुख्यमंत्री ने भी उनसे मिलकर अपनी ख़ुशी जताई।

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मुख्यमंत्री साय ने देवी चित्रलेखा जी की भूमिका को समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाली बताते हुए कहा कि उनके प्रयास जनमानस के लिए प्रेरणादायी हैं। इस अवसर पर दोनों के बीच आध्यात्मिक चेतना के प्रसार, सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा और समाज में समरसता को प्रोत्साहित करने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक चर्चा हुई। आपको बता दें कि संत लाल साईं सिन्धी समाज के प्रसिद्द संत है, जिन्होंने इष्टदेव देव झूलेलाल की भक्ति और भावना का बेहद प्रचार किया है और अपना जीवन 15 वर्ष की उम्र से ही उनके चरणों में समर्पित कर दिया है।