BSF पर बांग्लादेशियों ने किया हमला, एक जवान बुरी तरह घायल।

कोलकाता (प. बंगाल) : बांग्लादेशी भारत में लगातार घुसपैठ कर रहे है, बांग्लादेश के हालात काफी ख़राब है जिससे अब उनकी घुसपैठ और भी बढ़ गई है, जो कि भारत के लिये परेशानी का सबब है, वहीँ बांग्लादेशी घुसपैठिये लोगों द्वारा बांग्लादेश की ओर से भारत में घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं। इनका मनोबल इतना ज्यादा बढ़ता जा रहा है कि ये BSF के जवानों पर हमले भी कर रहे हैं। दरअसल, पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में दक्षिण बंगाल सीमांत में भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेशी घुसपैठियों ने एक बार फिर हिंसक हमला कर सीमा पार करने की कोशिश की है। भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ की 194वीं बटालियन की सीमा चौकी महेंद्र में तैनात बहादुर जवानों ने इस जानलेवा हमले का साहसपूर्वक सामना किया।

विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, बहादुर जवानों ने संयम बनाए रखा और घुसपैठियों की योजना विफल कर दिया है। अपराधियों द्वारा मजबूर करने पर जवानों ने आत्मरक्षा में फायरिंग कर सभी घुसपैठियों को वापस बांग्लादेश में खदेड़ दिया। जबरन घुसपैठ के इस प्रयास को विफल करने के साहसिक सफल प्रयास में बीएसएफ का एक जवान भी अपराधियों के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया है। यह भारत के लिये एक चिंताजनक घटना है।

क्या है पूरा मामला?

उक्त मामले में मिली जानकारी के अनुसार, 3 अप्रैल की रात करीब 02:15 बजे, भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित बीएसएफ की 194वीं बटालियन की सीमा चौकी महेंद्र में दूसरी शिफ्ट की ड्यूटी के दौरान जवानों ने कुछ संदिग्ध हथियारबंद बांग्लादेशी घुसपैठियों की गतिविधि देखी। ये घुसपैठिए तेज़ी से सीमा की तारबंदी की ओर बढ़ रहे थे। सीमा पर तैनात जवान ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए अपने साथी जवानों को आगाह किया और घुसपैठियों को रुकने की चुनौती दी। इन बांग्लादेशी घुसपैठियों ने चेतावनी को नजरअंदाज कर तेजी से बढ़ना जारी रखा। स्थिति की गंभीरता और अनावश्यक बल प्रयोग से बचते हुए जवान ने उन्हें रोकने और तितर-बितर करने के उद्देश्य से पीएजी का एक राउंड फायर किया।

लेकिन अपराधियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और इसके बजाय, घुसपैठियों ने जवान को निष्क्रिय करने की मंशा से उसे घेर लिया और धारदार हथियार से सिर पर विभिन्न दिशाओं से हमला कर दिया। हमले में जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के दौरान ड्यूटी पर तैनात अन्य जवान, जो लगभग 100-125 मीटर की दूरी पर थे तुरंत सहायता के लिए घटनास्थल की तरफ बढ़े। निडर बीएसएफ जवानों की मुस्तैदी और उनकी बढ़ती संख्या को देख घुसपैठिए घबरा गए और अंधेरे का फायदा उठाकर बांग्लादेश की ओर भाग निकले। ये बार – बार ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे है।

जवान की हालत स्थिर :

बांग्लादेशी घुसपैठियों के हमले में घायल जवान को तत्काल निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र, बगुला ले जाकर प्राथमिक चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई। इसके बाद 194वीं बटालियन के चिकित्सा अधिकारी द्वारा घायल जवान को कृष्णानगर जिला अस्पताल में ट्रांसफर किया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। इसके अलावा अन्य घटना में इसी बटालियन की सीमा चौकी सुन्दर में भी बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा घुसपैठ की कोशिश की गई जिसे सीमाचौ की के सजग जवानों ने विफल कर दिया। हमले और बचाव में की गई गोलीबारी के संबंध में संबंधित पुलिस स्टेशन में प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। वहीँ इस मामले पर बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत के प्रवक्ता ने घटना पर कहा कि हमारे कर्तव्य पथ पर ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं। बीएसएफ के जवान असाधारण साहस, सतर्कता और संयम के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। बांग्लादेशी अपराधियों द्वारा बलपूर्वक घुसपैठ व हमलों के बारे में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को विभिन्न माध्यमों से आगाह और नियंत्रण के अनुरोध के बावजूद बांग्लादेशी अपराधियों के प्रयासों में कोई कमी नहीं आयी है।