लाखों के चार ईनामी नक्सलियों सहित, 22 ने किया आत्मसमर्पण, नक्सली समस्या समाप्ति की तरफ।

बीजापुर : जिस तरह से केंद्र सरकार और राज्य सरकार नक्सल समस्या को जड़ से समाप्त करने पर तुली हुई है, ऐसे में नक्सलियों के पास अब आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है, ऐसे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के बाद छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों के एक्शन से घबराकर नक्सलियों का आत्मसमर्पण लगातार जारी है। इसी कड़ी में चार 26 लाख के इनामी सहित 22 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। ये सभी PLGA, तेलंगाना स्टेट कमेटी, CRC और ACM लेवल के नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। इन सभी को प्रशासन की तरफ से 50- 50 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई है। इन सभी को सरकार की घोषणा के अनुसार पुनर्वास पैकेज दिया जायेगा।

वहीं बीजापुर और तेलंगाना सीमा पर कुछ नक्सलियों ने सैकड़ो IED लगा रखे हैं। जवानों के ऑपरेशन और हमलों से बचने नक्सलियों ने बीजापुर और तेलंगाना सीमा पर स्थित कररेगुट्टा पहाड़ियों में सैकड़ो की संख्या में सीरियल बम लगा रखा है। नक्सलियों के वेंकटापुरम वाज़ेड एरिया कमेटी की सचिव शांता ने प्रेस नोट जारी कर इसकी दी जानकारी है। नक्सली नेता शांता ने ग्रामीणों से पहाड़ियों की ओर शिकार या अन्य काम से न आने की अपील की है। वहीं CRPF के जवान भी नक्सली उन्मूलन में लगातार जुटे हुये है। 

तेलुगु में जारी की प्रेस नोट :

इधर नक्सली नेता शांता ने तेलगू में प्रेस नोट जारी कर ग्रामीणों से अपील की है कि, पहाड़ियों पर मौजूद नक्सली नेताओं की जासूसी करने के लिए पुलिस ग्रामीणों के शिकार के नाम पर पहाड़ियों की ओर भेज रही है। जिसके चलते उनके द्वारा लगाए गए IED की चपेट में आने से ग्रामीणों की मौत हो रही है। ऐसे में ग्रामीण शिकार करने के लिए पहाड़ियों में ना आयें। इस तरह ग्रामीणों को नक्सली नेता ने चेतावनी दी है। वहीँ दो दिन पूर्व चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि अर्थात रामनवमी के अवसर पर शहर के राम मंदिर में सरगुजा राजपरिवार के मुखिया व पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव पूजा-अर्चना करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के एनकाउंटर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि पुरातन काल में प्रभु श्रीराम ने जैसा रावण के साथ किया था, वैसा ही वर्तमान सरकार अब नक्सलियों के साथ कर रही है।