राजधानी में 3 साल की मासूम के साथ 13 साल के नाबालिग ने किया घिनौना काम, सावधान रहें, सतर्क रहें।

रायपुर : छोटी बच्चियों के साथ घिनौने काम लगातार बढ़ते ही जा रहे है, पहले ऐसे घिनौने कृत्य 18 वर्ष के उपर के युवा करते थे , वहीँ अब ये कृत्य 12-13 साल के बच्चे भी करने लगे है, जो कि सभ्य समाज के लिये आने वाला बड़ा खतरा है। वहीँ बीते दिनों दुर्ग जिले में मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी और हत्या के बाद अब राजधानी रायपुर से भी एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां चंद्रशेखर नगर क्षेत्र में एक 3 साल की मासूम बच्ची के साथ पड़ोस में रहने वाले 13 साल के नाबालिग द्वारा दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। जो कि चौंकाने वाला है, कारण की इस 13 साल की उम्र में ऐसी चीजों की समझ कम मानी जाती है, यह खेलने कूदने की उम्र है, ऐसी उम्र में यह घिनौना काम चौंकाने वाला है।

इस हैरान करने वाले मामले में मिली जानकारी के मुताबिक, मोवा क्षेत्र में एक 3 साल की बालिका से उसके पड़ोस में रहने वाले 13 साल के नाबालिग लड़के ने दुष्कर्म किया है। इसकी शिकायत मिलने पर पुलिस ने नाबालिग बालक को पकड़ लिया गया है। दुष्कर्म की शिकार बालिका अस्पताल में भर्ती है। नाबालिग इस हैरानजनक तरीके से इस काण्ड को अंजाम दिया है।

खेलने के दौरान किया दुष्कर्म :

पुलिस के मुताबिक सोमवार को दोपहर 12 से 1 बजे पीड़िता अपने घर में थी। उसी समय अपचारी बालक भी आया था। दोनों अक्सर साथ में खेल करते थे। आज भी दोनों खेल रहे थे। उस समय घर में कोई अन्य व्यक्ति मौजूद नहीं था। इसी दौरान उसने बालिका से दुष्कर्म किया, और फिर इस कृत्य को अंजाम देने के बाद वह भाग गया। पीड़िता की मां पहुंची, तो उसकी हालत देखकर उससे पूछताछ की। बच्ची ने अपचारी बालक का नाम बताया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने अपचारी बालक को पकड़ लिया है। पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में दोनों नाबालिग होने के कारण नाम जाहिर नहीं किये गये है।

लोगों ने ही नाबालिग को पकड़ा :

बताया जा रहा है कि, स्थानीय लोगों ने ही नाबालिग आरोपी को पकड़ा है। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो उसे पुलिस के हवाले किया गया। बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में 6 साल की बच्ची से सेक्सुअल असॉल्ट किया गया था। प्राइवेट पार्ट को सिगरेट से दागा और इलेक्ट्रिक शॉक देकर मारा है, बैटरी का पानी भी डाला गया था। इस केस में बच्ची के चाचा को आरोपी बनाया गया है। हालांकि परिवार वाले इसे मानने को तैयार नहीं हैं। वहीँ जांच में चाचा ही आरोपी निकला है, इस मामले को दबाने में पारिवारिक दबाव भी हो सकता है।