डोंगरगढ़ हादसे पर सामने आई पूरी जानकारी, सभी जिम्मेदारों ने झाड़ा पल्ला, तकनीकी खामी से पल्टी ट्रॉली, भरत वर्मा का हाथ फ्रैक्चर।

डोंगरगढ़ : छत्तीसगढ़ की धर्मनगरी डोंगरगढ़ में रोपवे ट्राली पलटने से हादसा हो गया। रोपवे टूटने से भाजपा नेता और पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा शुक्रवार को बाल-बाल बच गए। बताया जा रहा है कि, जब वे सवार होकर मां बम्लेश्वरी के दर्शन कर लौट रहे थे तभी रोपवे का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। इस हादसे के बाद अब शहर में चर्चा चल रही है कि, पुलिस-प्रशासन मामले की जांच करे और एफआईआर दर्ज करे। बताया जा रहा है कि, ट्राली वापसी की जगह मन्दिर ट्रस्ट की तरफ से अनाधिकृत तरीके से चबूतरा बनाया गया है जो रोप वे डिजाइन में नहीं है। ट्रॉली उसी से टकराने के बाद नीचे पलट कर गिरी है। यह घटना लोवर स्टेशन की है।

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चबूतरा बनाने के लिए तकनीकी अधिकारी से अनुमति नहीं ली गई थी। लोगों का कहना है कि, चबूतरा नहीं होता तो हादसा नहीं होता है, वहीँ इसी को गलती माना जा रहा है। साथ में यह भी बताया जा रहा है कि, घटना 1:30 बजे की है। 1 बजे से 3 बजे तक भोजन अवकाश होता है। स्टाफ भोजन कर रहे थे, वहां पर पूरा स्टाफ नहीं था। अध्यक्ष के कहने पर रोप वे चालू किया गया था, जिसके बाद यह हादसा हुआ।

ट्राली संचालन के दौरान लंच ब्रेक पर था स्टाफ :

यह हादसा तब हुआ जब वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा भाजपा नेताओं के साथ दर्शन कर लौट रहे थे। जब ट्रॉली नीचे रोपवे स्टेशन पर पहुंची, तभी वह खड़े होने के स्थान से आगे बढ़कर डिरेल हो गई और ट्राली पलट गई। गौरतलब है कि रोपवे का संचालन दोपहर 1 बजे बंद कर दिया जाता है और इसे पुनः 3 बजे शुरू किया जाता है। लेकिन मंत्री दर्शन पर थे, इसलिए वी आई पी ट्रॉली का संचालन विशेष रूप से जारी रखा गया। हादसे के समय ट्रॉली में वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भरत वर्मा, बमलेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, भिलाई नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष दया सिंह, पैकरा के सहयोगी बलराम सिंह और सिद्धार्थ सिंह मौजूद थे। इस घटना से समिति सदस्यों के बीच हड़कम्प मच गया था।

संतुलन बिगड़ने के कारण हुआ हादसा :

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ट्रॉली के रुकने की तय जगह को पार कर आगे बढ़ाया गया और जब वह चढ़ाई वाले स्थान पर खड़ी हो रही थी, तभी संतुलन बिगड़ गया और रोप वे की ट्रॉली पलट गई। सबसे गंभीर रूप से घायल भरत वर्मा को एक हाथ में फ्रैक्चर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई है। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद पहले संजीवनी हॉस्पिटल राजनांदगांव और फिर रायपुर रेफर किया गया। अन्य लोगों को भी हल्की चोटें आई है। हादसे में पीड़ित लोगों से मिलने भाजपा ने नेतागण भी पहुंचे।

कई लोगों को आई चोटें :

रामसेवक पैकरा की कलाई में हल्की चोट, दया सिंह की कोहनी में खरोंचें और सिद्धार्थ सिंह के सीधे हाथ में फ्रैक्चर की आशंका है। बलराम सिंह हादसे में सुरक्षित रहे। हादसे के समय ट्रॉली में कुल 6 लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक विनोद खांडेकर अन्य नेताओं के साथ पीछे आ रही ट्रॉली में थे। इस हादसे में किसी लापरवाही है इसको लेकर पुलिस जांच की बात कह रही है, जबकि सभी जिम्मेदार इससे पल्ला झाड़ रहे है।

पुलिस की टीम ने शुरू की जांच :

पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग और सभी प्रशासनिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।  वहीं स्थानीय थाने में मेंटेनेंस करने वाली कम्पनी के पर एफ आई आर भी दर्ज हो चुका है। रोपवे संचालन में लापरवाही को लेकर सवाल उठने लगे हैं। वहीं इस पूरे मामले में प्रेस कांफ्रेस करते हुए माँ बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि, रोप वे का संचालन तो मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति करती है लेकिन रोप वे से सम्बंधित मेंटेनेंस दामोदर इंफ्रा कम्पनी के द्वारा किया जाता है। दामोदर इंफ्रा कम्पनी ने मेंटनेंस के लिए लगभग 40 कर्मचारी हैं। मशीनरी चीजों में कब कोई परेशानी आ जाए इसे कोई नहीं जानता। ऐसे में घटना में पुलिस जांच के बाद ही सही तथ्य सामने आ सकेगा।

मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष ने मेंटेनेंस कंपनी को ठहराया जिम्मेदार

मनोज अग्रवाल ने मीडिया के माध्यम से श्रद्धालुओं से ये भी अपील की है कि, रोप वे संचालन पूर्णतः सुरक्षित हैं। श्रद्धालु को शंका न करें। वहीं घटना की सारी जिम्मेदारी मेंटेनेंस कंपनी पर मढ़ते हुए अध्यक्ष बोले कि, सारा सिस्टम टेक्निकल है और इसकी जिम्मेदारी भी इसका संचालन करने वाली एजेंसी दामोदर इंफ्रा की है।

दामोदर इंफ्रा कंपनी ने बिजली विभाग पर लगाया आरोप :

अब दामोदर इंफ्रा के साइड इंचार्ज धर्मेंद्र ठाकुर ने भी अपनी गलतियों पर पर्दा डालते हुए लो वोल्टेज हाई वोल्टेज का बहाना बनाकर पूरा आरोप बिजली विभाग पर लगा दिया है। लेकिन इसमें चौंकने वाली बात ये रही कि आज से पहले कभी भी बिजली विभाग से इस समस्या की शिकायत दामोदर इंफ्रा कम्पनी ने नहीं की है।  वहीँ इस मामले में दामोदर इंफ्रा की लापरवाही पर भी सवाल उठ रहे है।

मेंटेनेंस करने वाली कंपनी पर लापरवाही का आरोप :

इससे साफ होता है कि, मेंटेनेंस करने वाली कंपनी दामोदर इंफ्रा हर दिन कई घंटों का जो मेंटनेस करती है वो केवल खानापूर्ति है। दामोदर इंफ्रा कंपनी दर्शनार्थियों की जान से खिलवाड़ के साथ-साथ ट्रस्ट समिति को भी चूना लगा रही है| इसके पहले भी रोपवे में कई हादसे हुए हैं और दो जानें भी गई हैं लेकिन इसके बावजूद भी अब तक कोई पुख्ता सुरक्षात्मक उपाय यहाँ नहीं हो पाया है। पिछले हादसों की भी अब तक जाँच नहीं हो पाई है ऐसे में अब इस बड़े हादसे पर कब तक जाँच होगी और दोषियों पर कब तक कार्यवाही होगी ये समय बतायेगा। बाकी पहले भी ऐसे हादसे यहाँ हो चुके है, जब लापरवाही से लोहा भी ट्रोली के जरिये भेजा जा रहा था।

किरण सिंह देव और अन्य भाजपाइयों ने अस्पताल पहुंचकर जाना भरत वर्मा का कुशलक्षेम :

शनिवार को एमएमआई नारायणा अस्पताल पहुंचकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने भाजपा प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा का कुशलक्षेम जाना। इस दौरान प्रदेश संगठन महामंत्री पवन कुमार साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा और अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे। 

वहीँ अब सारे घटना क्रम को देखते हुए शनिवार को जिला कलेक्टर ने रोपवे हादसे को लेकर जिला स्तरीय जांच समिति का गठन किया है। गठित समिति 7 दिन के भीतर घटनास्थल का निरीक्षण कर तकनीकी पहलुओं पर जांच पूरी कर विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी।