राजधानी में पाकिस्तानी सिंधियों की संख्या ज्यादा, संत युधिष्ठिर लाल ने कहा पाक हिन्दू शरणार्थी हिंदुस्तान नहीं आयेगा तो कहाँ जायेगा?

रायपुर : पहलगाम में धर्म पूछकर हिन्दुओं की जान लेने के बाद भारत सरकार ने पाक नागरिकों को भारत छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से आए लोगों को वापस भेजने की अब कवायद शुरू हो गई है। रायपुर में यह प्रक्रिया फिलहाल रुक गई है, लेकिन उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। पुलिस ने एक-एक व्यक्ति की जानकारियां मंगवा ली हैं, सभी की जांच की जा रही है और उनकी जानकारी तैयारी की जा रही है।

Dolly Dresses

इस मामले में सामने आया है कि कौन किस काम से आए हैं? और कहां रह रहे हैं? इसकी जानकारी ली गई है। वीजा अवधि को भी चेक किया जा रहा है। वर्तमान में राजधानी में 2 हजार पाकिस्तानी रह रहे हैं। ये अलग-अलग प्रकार के वीजा लेकर आए हैं। इनमें से अधिकांश सिंधी समुदाय के हैं और तीन मुस्लिम महिलायें भी शामिल हैं। इसके अलावा कई पाकिस्तानी यहां स्थायी रूप से बस गए हैं। बड़े कारोबारी और नौकरीपेशा भी हो गए हैं, सभी ने यहाँ अपनी संपत्तियां भी बना ली है और घर बार भी बसा लिया है।

सिलसिला कई सालों से, 100 ले चुके हैं नागरिकता :

सभी का पाकिस्तान से रायपुर आने का सिलसिला कई सालों से लगातार चल रहा है। कभी व्यापार के बहाने तो कभी रिश्तेदारी और इलाज के नाम पर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। नए नागरिकता नियम के बाद ही 100 हिन्दू पाकिस्तानियों ने रायपुर में बसने के लिए आवेदन किए थे। इनके आवेदन को जनगणना विभाग में भेज दिया गया है। इनमें से कई लोगों को यहां बसने की स्वीकृति भी मिल गई है।

कई बार हो चुकी है अवैध घुसपैठ :

आपको बता दें कि राजधानी सहित पूरा प्रदेश शांतिप्रिय माहौल वाला क्षेत्र है। इस कारण यहां अवैध रूप से घुसपैठ भी होने लगी है। हाल ही में बांग्लादेशी युवक पकड़े गए थे, रोहिंग्या की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इससे पहले भी कई विदेशी युवतियां भी पकड़ी जा चुकी हैं। प्रतिबंधित कुछ आतंकी संगठन भी यहां सक्रिय रहकर बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। इसलिए इस बार पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसी भी नजर रख रही है।

संत युधिष्ठिर लाल ने कहा :

इधर पूज्य शदाणी दरबार के नवम पीठाधीश संत डॉ. युधिष्ठिर लाल ने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों और भारत में बसे पीड़ित हिंदू समाज के प्रति सरकार से सहानुभूतिपूर्ण और न्यायसंगत दृष्टिकोण अपनाने की अपील की है। उन्होंने पहलगाम हमले और पाकिस्तानी हिंदुओं की स्थिति और भारत सरकार की नीतियों पर खुलकर अपनी बात रखी है।

पहलगाम की घटना सिर्फ भारत नहीं, हिंदू धर्म पर हमला है :

संत युधिष्ठिर लाल ने कहा है कि कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकवादी हमला केवल एक क्षेत्रीय घटना नहीं है, बल्कि यह पूरे हिंदू समाज पर हमला है। उन्होंने इसे एक धार्मिक और सांस्कृतिक आघात बताया है और कहा है कि ऐसी घटनाएं भारत सरकार को अधिक सख्ती और स्पष्टता के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करती है।

पाकिस्तानी हिंदू भारत नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे :

संत युधिष्ठिर लाल ने पाकिस्तान में रह रहे हिंदू समुदाय के लोगों की पीड़ा को सामने लाते हुए कहा कि, वे वहां धार्मिक प्रताड़ना झेलते हैं, यदि हिंदू अपने ही देश भारत में शरण नहीं पायेगा, तो फिर कहां जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया की पाकिस्तान से आने वाले हिंदू शरणार्थी कानूनी रूप से ‘प्रॉपर सिटी वीजा’ लेकर आते हैं, फिर भी उन पर अनावश्यक सख्ती नहीं बरती जानी चाहिए।

रायपुर में 2000 से अधिक पाकिस्तानी हिंदू, LTV प्रक्रिया जारी :

संत युधिष्ठिर लाल जी ने जानकारी दी कि राजधानी रायपुर में इस समय लगभग 2000 पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी LTV (Long Term Visa) पर रह रहे हैं। हाल ही में शदाणी दरबार में भी कुछ निर्धन और पीड़ित हिंदू परिवार पाकिस्तान से पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि LTV प्रक्रिया में लगभग एक सप्ताह का समय लगेगा और राज्य के उपमुख्यमंत्री ने इस प्रक्रिया को लेकर सकारात्मक आश्वासन भी दिया है।

सरकार से मानवीय रुख अपनाने की अपील :

संत युधिष्ठिर लाल जी ने भारत सरकार से आग्रह किया की पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय, अत्याचार और धार्मिक उत्पीड़न को गंभीरता से लिया जाए और ऐसे पीड़ित हिंदुओं को भारत में पूर्ण सुरक्षा, सम्मान और शरण दी जाए।

पाकिस्तान से आए लोगों की जानकारी ली गई है। उनके कामकाज, वीजा संबंधी जानकारियां जुटाई गई है। फिलहाल उन्हें बाहर भेजने के निर्देश नहीं मिले हैं। : डॉक्टर लाल उमेद सिंह, एसएसपी, रायपुर

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जारी किये है निर्देश :

वहीँ इस मामले में सूत्रों ने बताया है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (25 अप्रैल, 2025) को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फोन किया है और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी  पाकिस्तानी नागरिक देश छोड़ने की निर्धारित समय सीमा से अधिक भारत में न रहे। भारत ने गुरुवार (24 अप्रैल, 2025) को 27 अप्रैल से पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा रद्द करने की घोषणा की है और पाकिस्तान में रहने वाले भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द घर लौटने की सलाह दी, क्योंकि पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था , जिसमें मंगलवार को 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। वहीँ आपको बता दें पाकिस्तानी गैर हिन्दू शरणार्थियों का पाकिस्तान लौटना शुरू हो गया है।