‘हाउस अरेस्ट’ के अश्लील वीडियो पर विवाद, हिन्दू युवतियों से अन्तः वस्त्र उतारने का विडियो वायरल, देखें विडियो।

मुंबई (महाराष्ट्र) : एजाज खान लगातार विवादों में बने रहते है, वे फैसू के साथ भी खड़े हुये थे, जिनका असली नाम फैसल शेख है जिनमें से फैसू का सबसे प्रमुख विवाद उनके टिकटॉक वीडियो से संबंधित था, जिसमें एक वीडियो में हिन्दू युवती अपर एसिड अटैक का कथित तौर पर “महिमामंडन” करने के आरोप में उनके अकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। वहीँ एजाज का विवाद एक मौलाना से भी हो चुका है, जिनको लेकर उन्होंने भद्दे कमेन्ट किये थे, ऐसे ही कई विवादों से घिरे एजाज खान की लिस्ट लम्बी है। उल्लू ऐप के रियलिटी शो ‘हाउस अरेस्ट’ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी हंगामा मचा रहा है। सोशल मीडिया पर कई प्रयोगकर्ताओं को इस शो की अश्लील कंटेंट की आलोचना कर रहे हैं और कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोह (NCW) ने अश्लीलता को बढ़ावा देने के लिए उल्लू ऐप की आलोचना की है, अश्लील सामग्री को लेकर CEO और होस्ट को तलब किया है।

हाउस अरेस्ट की एक छोटी से क्लिप शोशल मीडिया पर 29 अप्रैल से वायरल हो रही है। इस क्लिप में शो के होस्ट एजाज खान को महिला प्रतिभागियों को कैमरे पर प्राइवेट, इंटिमेट सिचुएशंस में एक्टिंग करने के लिए मजबूर करते दिख रहे हैं। जबकि दिख रहा है कि लड़कियां साफ तौर पर ऐसा करने से मना करती हैं। वह असहज लगती हैं। खबरों के अनुसार, कंटेस्टेंट्स को कपड़े उतारने और अश्लील काम करने के लिए कहा गया है, मामले में हिन्दू संगठनों से जुड़े लोगों ने विरोध जताया है और कहा है कि ये सब काम एक सुनियोजित साजिश के तहत सिर्फ हिन्दू महिला प्रतिभागियों से ही करवाया हजा रहा है।

महिलाओं के खिलाफ यौन शोषण को बढ़ावा देता है शो :

https://www.facebook.com/ravi.wadhwani.771/videos/1598971284126271 इस लिंक पर जाकर विडियो देखा जा सकता है।

राष्ट्रीय महिला आयोग इस वायरल वीडियो पर कहा, “इस प्रकार की अश्लील सामग्री न केवल महिलाओं का अपमान करती है. इतना ही नहीं, ऑनलाइन एंटरटेनमेंट के लिए एक विकृत और हानिकारक मिसाल देती है। यह सहमति के मौलिक सिद्धांतों की अवहेलना करती है, मनोरंजन के नाम पर यौन उत्पीड़न को बढ़ावा देती है, और किसी भी आयु-उपयुक्त सेंसरशिप दिशानिर्देशों का पालन नहीं करती। ऐसे कंटेंट महिलाओं के शोषण को सामान्य बनाती है, जिससे मनोरंजन और दुर्व्यवहार के बीच की रेखाएं धुंधली हो जाती हैं।” वहीँ महिला आयोग ने इस तरह अपनी चिंता जताई है।

भारतीय दंड संहिता 2023 के तहत कार्यवाही :

महिला आयोग का मानना है कि अगर ये सब सही है , तो शो के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, 2023 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत कार्यवाही होगी। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, NCW ने उल्लू ऐप के सीईओ विभु अग्रवाल और एजाज खान को 9 मई को आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया गया है। वहीँ हिंदूवादी संगठनों ने इस शो के खिलाफ अपना आक्रोश जताया है।