दुर्ग/भिलाई : अक्सर लोग पीने के पानी को लेकर काफी सावधानी बरतते हैं, और सीलबंद पानी खरीदकर पीते हैं, लेकिन अगर सीलबंद पानी में ही कीड़े मिल जाए तो बोतल वाले पानी पर कैसे भरोसा हो सकता है। वहीँ ऐसा जरुरी नहीं है कि पैक सामान पूर्ण रूप से साफ सुथरा हो, बल्कि पैक सामान में केमिकल के जरिये सुरक्षित रखे जाने का प्रयास कियाजाता है, जहाँ एक दिन में घर का पानी बदल दिया जाता है तो ऐसे में पैक पानी बिना केमिकल महीने भर तक कैसे बेहतर हो सकता है? ऐसा ही एक मामला भिलाई के सुपेला स्थित वैंक्टेश्वर टॉकिज के सामने स्थित एक चाय नाश्ते की दुकान में सामने आया, जहां ग्राहक एम एल खान ने पीने के लिए तुलसी कंपनी का सीलबंद पानी खरीदा, लेकिन बोतल खोलता उससे पहले उसकी नजर उसके अंदर तैर रहे कीड़े पर पड़ी। जिससे वह सकते में आ गया।
बोतल में कीड़ा देखकर एम एल खान दुकानदार से बहस करने लगा तो दुकानदार समसुल हक ने बोतल वापस ले ली, और कंपनी को फोन किया। लेकिन, कंपनी वाले इस मामले में लीपापोती करने जुट गए। अब इस मामले की शिकायत ग्राहक एमएल खान ने निगम कमिश्नर राजीव पांडेय के पास इसकी शिकायत की है। वहीँ आपको बता दें कि कई बोतल बंद पानी आवश्यक मानदंडों पर खरे नहीं उतरते और उनकी विभाग द्वारा कोई जांच भी नहीं की जाती है।
इस मामले में सामने आया है कि सुपेला के व्यापारी समसुल हक ने मंगलवार को कलेक्टर अभिजीत सिंह और नगर निगम, भिलाई के आयुक्त राजीव कुमार पांडेय से लिखित में शिकायत की है कि तुलसी कंपनी के सील बंद बोतल में कीड़ा आया है। इस मामले में उन्होंने कंपनी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
समसुल हक ने बताया कि उसकी चाय- नाश्ता व पानी की दुकान वेंकटेश्वर टॉकिज रोड, सुपेला भिलाई में है। उसकी दुकान में ग्राहक आया और उसने पानी का बोतल मांगा। तब तुलसी कंपनी का पानी दिया, तो ग्राहक पानी के बोतल में कीड़ा देख भड़क गया। ग्राहक से हाथ जोड़कर बोतल वापस ले लिया गया और दूसरा बोतल दिया, तब जाकर विवाद खत्म हुआ। ऐसे में दूसरी बोतल का पानी भी सही हो इसकी क्या गारंटी है?
बिना एक्सपायरी तारीख के बेच रहे बोतल में पानी :
शिकायतकर्ता ने इस मामले में बताया कि कंपनी आम जनों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। कंपनी के अन्य बोतल में कब बना और कब एक्सपायरी होगा, इसका भी उल्लेख नहीं है। इस तरह से छोटे दुकानदारों के सामने इससे परेशानी खड़ी हो जाती है। शिकायकर्ता ने कंपनी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। इसके साथ-साथ बोतल की फोटो और वीडिया भी दिया है।
कंपनी के संचालक बाहर गए हुए हैं, इस वजह से उनका फोन नहीं लग रहा होगा। मैं भी अभी ट्रेन में हूं, पहुंचकर बात करता हूं। : राजेंद्र गिल मैनेजर, तुलसी कंपनी



