अतिरिक्त वैवाहिक प्रेम-प्रसंग : देवर के चक्कर में ललिता ने दिया खौफनाक घटना को अंजाम, इस तरह की पति ऋषि की हत्या….।

अलीगढ़ (उ.प्र.) : अतिरिक्त वैवाहिक प्रेम प्रसंग के मामलों में पतियों की हत्या करने के मामले थम ही नहीं रहे है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में राजा रघुवंशी हत्‍याकांड जैसा मामला सामने आया है। आरोप है कि यहां गंगीरी थाना क्षेत्र के गांव नगला हिमाचल निवासी ट्रक ड्राइवर ऋषि कुमार की हत्या उसकी पत्नी ने ही साजिश रचकर अपने प्रेमी से कराई थी। आरोपी निरेश भी उसका रिश्ते का देवर है। यह वारदात 17 जून की रात को हुई थी। इस मामले में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। जहाँ पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची। गंगीरी थाना क्षेत्र के नगला हिमाचल गांव में ट्रक ड्राइवर ऋषि कुमार की 17 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

राजा रघुवंशी और सोनम के नाम अभी चर्चा में ही थे कि अलीगढ़ में भी कुछ ऐसी ही वारदात हो गई। गंगीरी थाना क्षेत्र के नगला हिमाचल गांव के 30 वर्षीय ऋषि कुमार की 17 जून की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनका शव 18 जून की सुबह गांव में चाचा के घर से कुछ दूरी पर पड़ा मिला था। वहीँ युवक की गर्दन में कान के पास पीछे से गोली मारी गई थी। शव पर एक अंगोछा लिपटा हुआ था। ऋषि की पत्नी ललिता ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि गांव के एक व्यक्ति का मोबाईल गायब होने पर उसने ऋषि पर चोरी का आरोप लगाया था, जिसके बाद दोनों में झगड़ा हुआ था। इसी रंजिश में उस व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की। पुलिस के मुताबिक, मृतक की पत्नी के प्रेमी निरेश ने शराब पिलाने के बहाने बुलाया और पीछे से सिर में गोली मारकर ऋषि कुमार की हत्या की थी। पुलिस पूछताछ में मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी ने बताया कि ऋषि कुमार अवैध संबंधों में बाधा बन रहा था। आरोपियों ने पुलिस के सामने हत्या के जुर्म को कबूल किया है।

मामला है 19 जून को पोस्टमॉर्टम के बाद शव गांव पहुंचा, जहां अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन पुलिस जांच में ललिता के प्रेम संबंधों की बात सामने आई। पता चला कि ललिता का शादी से पहले ऋषि के चचेरे भाई निरेश के साथ प्रेम संबंध था, जो शादी न हो पाने के बावजूद भी ऋषि से शादी के बाद भी जारी रहा। ऋषि को इसकी भनक लग चुकी थी। सीओ छर्रा धनंजय सिंह के अनुसार, अब तक की जांच में यह सामने आया है कि ललिता और उसके प्रेमी, जो मृतक का चचेरा भाई है, दोनों ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया। इसी आधार पर आगे की जांच पुलिस द्वारा जारी है।

पूछताछ से पता चला है कि निरेश ने शराब पिलाने के बहाने बुलाया और पीछे से सिर में गोली मारकर ऋषि कुमार की हत्या की थी। पुलिस पूछताछ में मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी ने बताया कि ऋषि कुमार अवैध संबंधों में बाधा बन रहा था। परिजनों ने बताया कि ऋषि तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसकी शादी दो साल पहले हुई थी। बीच के भाई सोनू की शादी नहीं हुई, जबकि सबसे छोटे भाई राहुल की शादी हो चुकी है। माता-पिता का निधन काफी समय पहले हो चुका है। ऋषि और सोनू ने अपनी जमीन बेच दी थी। तीनों भाई ड्राइवर हैं। ऋषि हरियाणा में ट्रक चलाता था और चाचा सौदान सिंह के बेटे की शादी में शामिल होने के लिए 10 दिन पहले गांव आया था। पति के बाहर रहने के दौरान ललिता मायके में रहती थी।

इस घटना में क्षेत्राधिकार धनंजय कुमार के निर्देश में और ग्रामीण इंटेलिजेंस विंग सहित थानाध्यक्ष गंगीरी के नेतृत्व में पुलिस की कई टीमों का गठन किया गया। इन सभी टीमों ने सराहनीय कार्य करते हुए मात्र 24 घंटे के अंदर हत्या की इस घटना का खुलासा किया है। साथ ही हत्या में शामिल दोनों मुख्य आरोपियों को महत्वपूर्ण साक्ष्यों के संकलन के बाद, और आरोप सिद्ध होने पर जेल भेज दिया गया है।