रणबीर कपूर की ‘रामायण’ में राजा दशरथ बने अरुण गोविल, दीपिका चिखलिया ने कहा मेरी समझ के बाहर।

मुंबई (महाराष्ट्र) : रामानंद सागर की ‘रामायण’ (1987) में अरुण गोविल ने प्रभु श्रीराम और दीपिका चिखलिया ने माता सीता की भूमिका निभाई थी, जो कि धार्मिक इतिहास में अमर हो गई है। दीपिका चिखलिया और अरुण गोविल ने अपने अभिनय से इन किरदारों को अमर कर दिया था, 2020 में जब यह धारावाहिक फिर से दूरदर्शन पर आया तो इसने इतिहास रच दिया। अब 2026 में नितेश तिवारी की ‘रामायण’ भी रिलीज होनी है। ये फिल्म दिवाली के मौके पर रिलीज होगी। हाल ही में मेकर्स की ओर से फिल्म का फर्स्ट लुक जारी किया गया है, जिसने दर्शकों के बीच हलचल पैदा कर दी है। इस बीच दीपिका चिखलिया ने नितेश तिवारी की रामायण और इसमें अरुण गोविल द्वारा निभाए जा रहे राजा दशरथ के किरदार पर बात की है। 

मुझसे नहीं किया गया कॉन्टेक्ट : दीपिका

दीपिका चिखलिया ने इस खास बातचीत में खुलासा किया है कि रणबीर कपूर की ‘रामायण’ का हिस्सा बनने के लिए कभी भी उनसे कॉन्टेक्ट नहीं किया गया है। उन्होंने इस पर बात करते हुए कहा, “मुझसे इसके लिए कभी संपर्क नहीं किया गया, मुझे लगता है कि उन्होंने मुझसे इस बारे में बात करने की भी जहमत नहीं उठाई।” इसी के साथ दीपिका ने अरुण गोविल के नितेश तिवारी की रामायण में राजा दशरथ का किरदार निभाने को लेकर भी हैरानी जताई है। जिनकी छवि लोगों में मन भगवान राम की बनी हुई है, उन्हें अब राजा दशरथ बनने पर हुई है।

नितेश तिवारी की रामायण में अरुण गोविल के किरदार पर कही ये बात :

दीपिका चिखलिया ने कहा – ‘उन्हें (अरुण गोविल को) राम के अलावा किसी दूसरे किरदार में देखना… पता नहीं, क्या बोलूं। मैंने हमेशा उन्हें राम के किरदार में ही देखा है और खुद को माता सीता के किरदार में। मेरे लिए उन्हें राजा दशरथ के किरदार में देखना, मेरी समझ के बाहर है। लेकिन, मुझे लगता है कि ये अरुण गोविल जी की अपनी चॉइस है। लोग कैसा महसूस करेंगे, उन्हें दशरथ बने देखना, ये बहुत ही पर्सनल फीलिंग होगी। किसी किरदार के इमेज तोड़ना बेहद मुश्किल होगा। अगर आपने राम का किरदार निभाया है तो आप राम ही हैं।’ ऐसे में दीपिका ने हैरानी जताई है।

रामायण में कोई और किरदार नहीं निभाना चाहतीं दीपिका चिखलिया :

दीपिका चिखलिया पहले भी कह चुकी हैं कि वह रामायण में माता सीता का किरदार निभा चुकी हैं और अब कोई और रोल नहीं निभाएंगी। अपनी बात दोहराते हुए उन्होंने कहा कि अगर उन्हें महाभारत या शिव पुराण में कोई रोल दिया जाता है तो वह इसके बारे में सोच सकती हैं। लेकिन, रामायण में वह कोई और रोल नहीं निभाना चाहती हैं। 1987 में दीपिका चिखलिया और अरुण गोविल ने माता सीता और प्रभु श्रीराम का किरदार निभाया था और उनके किरदारों को बेशुमार प्यार मिला था। लॉकडाउन के दौरान जब रामानंद सागर की रामायण फिर टेलीकास्ट हुई तो इसने टीआरपी के मामले में रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। वहीँ अब आपको बता दें कि रामानंद सागर परिवार के द्वारा “काकभुशुण्डी रामायण” का प्रसारण भी दूरदर्शन पर शुरू किया गया है। जो सफलता के नये आयाम गढ़ रहा है।